दुकानदारों को नाम लिखने में हर्ज क्या? सीएम योगी के समर्थन में उतरे मांझी

Kanwar Yatra 2024: उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा को लेकर बड़ा निर्देश जारी करते हुए कहा कि यात्रा रूट पर सभी दुकानदारों को अपना नाम लिखना होगा। इसे लेकर विवाद शुरू हो गया है। न सिर्फ विपक्ष बल्कि सत्ता पक्ष में भी कई सहयोगी दल योगी सरकार के इस फैसले के […]

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दुकानदारों को नाम लिखने में हर्ज क्या? सीएम योगी के समर्थन में उतरे मांझी

Pooja Thakur

  • July 20, 2024 3:47 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

Kanwar Yatra 2024: उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा को लेकर बड़ा निर्देश जारी करते हुए कहा कि यात्रा रूट पर सभी दुकानदारों को अपना नाम लिखना होगा। इसे लेकर विवाद शुरू हो गया है। न सिर्फ विपक्ष बल्कि सत्ता पक्ष में भी कई सहयोगी दल योगी सरकार के इस फैसले के खिलाफ है। हालांकि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सीएम योगी के इस फैसले के समर्थन में आये हैं।

नाम लिखने में हर्ज क्या है?

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने यूपी में कांवड़ यात्रा में चल रहे विवाद पर कहा कि हर दुकान पर अगर दुकानदार अपना नाम लिखकर रखेंगे तो इसमें हर्ज क्या है? इसे धार्मिक दृष्टिकोण से क्यों देख रहे हैं। कई बार हम किसी दुकान पर जाते हैं और उसे खोजते हैं तो दुकान के नाम से हमें उसे खोजने में आसानी होती है। मालूम हो कि सीएम ने आदेश जारी करते हुए कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाद्य पदार्थों की दुकानों पर ‘नेमप्लेट’ लगानी होगी। कांवड़ यात्रियों की आस्था की पवित्रता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पाद बेचने वालों पर भी कार्रवाई होगी।

सरकार का फैसला तानाशाही

बता दें कि सबसे पहले मुजफ्फरनगर पुलिस ने दुकानों के बाहर दुकानदारों को अपना नाम लिखने का निर्देश दिया था। इसे लेकर पुलिस का कहना था कि इससे कांवड़ यात्रियों में कंफ्यूजन नहीं होगा। पुलिस के इस आदेश पर देशभर से लोगों ने प्रतिक्रिया दी। सपा प्रमुख अखिलेश यादव, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस फैसले को सामाजिक अपराध और तानाशाही फैसला बताया। वहीं गीतकार जावेद अख्तर ने इसकी तुलना नाजी शासन से की।

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