Anand Mohan Release: DM हत्याकांड मामले में रिहाई के बाद पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह ने क्या कहा?

पटना: डीएम हत्या मामले में 11 साल की सजा काट चुके बिहार के बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह अब जेल से रिहा होने वाले हैं. लेकिन रिहाई से पहले ही उनके तेवर दिखाई देने लगे हैं. जहां मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इंसान का नेचर और सिग्नेचर तो आखिर […]

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Anand Mohan Release: DM हत्याकांड मामले में रिहाई के बाद पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह ने क्या कहा?

Riya Kumari

  • April 25, 2023 9:11 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

पटना: डीएम हत्या मामले में 11 साल की सजा काट चुके बिहार के बाहुबली पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह अब जेल से रिहा होने वाले हैं. लेकिन रिहाई से पहले ही उनके तेवर दिखाई देने लगे हैं. जहां मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इंसान का नेचर और सिग्नेचर तो आखिर में ही बदलता है. बता दें, इस दौरान जब उनसे रिहाई को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने आगे होने वाली औपचारिकताओं की जानकारी दी.

कल ही जारी हुआ था नोटिफिकेशन

गौरतलब है कि कल यानी सोमवार (24 अप्रैल) को ही पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह की रिहाई का नोटिफिकेशन राज्य सरकार जारी कर चुकी है. जहां आज वह सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए पटना से सहरसा के लिए रवाना हुए हैं. इसी दौरान जब उन्हें पत्रकारों ने घेर लिया तो उन्होंने कहा कि वह पैरोल सरेंडर करेंगे और इसके बाद वह जेल से रिहाई से जुड़ी अन्य फॉर्मेलिटीज को पूरा करेंगे। बता दें, इस समय पूर्व सांसद अपने बेटे की शादी की तैयारियों में भी जुटे हुए हैं जिसके लिए वह पहले से ही 15 दिन की पैरोल पर जेल से बाहर थे. इसी बीच राज्य सरकार ने उनकी रिहाई को मंजूर कर दिया है.

दिखाई दिए तेवर

पत्रकारों से बातचीत करते हुए आनंद मोहन सिंह ने उनकी रिहाई के विरोध में उठ रहे सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि अब वह किस पार्टी से जुड़ेंगे इस बात का फैसला उनके बेटे की शादी के बाद लिया जाएगा. साथ ही संघर्ष के साथियों के साथ मिलकर वह इस विषय पर विचार विमर्श करेंगे इसके बाद ही वह किसी भी तरह का फैसला लेंगे. इस दौरान जब उनसे सवाल किया गया कि क्या रिहाई के बाद उनका वही अंदाज़ देखने को मिलेगा तो उन्होंने कहा कि नेचर और सिग्नेचर तो अंतिम में ही बदलता है।

हल्ला मचाते रहें विरोधी

इस बीच आनंद मोहन ने अपनी रिहाई को लेकर उठ रहे विरोध के स्वरों पर कहा कि जितना हल्ला मचाना है विरोधी मचाते रहे. वह आगे कहते हैं कि विरोधियों का इस तरह से शोर मचाना एक तरह से कोर्ट के आदेश की अवमानना है. बता दें, पूर्व सांसद 1994 में गोपालगंज के डीएम की हत्या मामले में जेल में बंद थे. नीतीश सरकार द्वारा हाल ही में जेल नियमों में बदलाव किया गया था इसके बाद उनकी रिहाई हुई.

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