नई दिल्ली: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को जो निर्णय लिया था वह जम्मू कश्मीर के जनता के साथ अन्याय था. जब फिर से जम्मू कश्मीर को उसका दर्जा मिलेगा. तब शायद मैं और उमर ना रहें लेकिन अल्लाह जरूर देखेगा. जम्मू कश्मीर की जनता हमारे […]
नई दिल्ली: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारुख अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को जो निर्णय लिया था वह जम्मू कश्मीर के जनता के साथ अन्याय था. जब फिर से जम्मू कश्मीर को उसका दर्जा मिलेगा. तब शायद मैं और उमर ना रहें लेकिन अल्लाह जरूर देखेगा. जम्मू कश्मीर की जनता हमारे साथ है. अनुच्छेद 370 को लेकर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में लाए गए प्रस्ताव पर बीजेपी के बड़े- बड़े नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आई है. तो इसपर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, यह पहले भी यही करते थे. फारूक अब्दुल्ला ने कहा जो फैसला इन्होंने 5 अगस्त को लिया था वह फैसला जम्मू कश्मीर के जनता को मंजूर नहीं है. ये बात सारी दुनिया के सामने साबित हो गया है.
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को लेकर विधानसभा में काफी हंगामा हुआ. विधानसभा में अनुच्छेद 370 को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच में तीखी बहस हुई. यहां तक कि धक्का-मुक्की जैसे हालात पैदा हो गई. वहीं कुछ विधायक इसमें घायल हो गए. सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने एक-दूसरे के कॉलर पकड़ लिए. इतना ही नहीं इस हंगामे के बीच सांसद इंजीनियर राशिद के भाई और विधायक खुर्शीद शेख अहमद को मार्शल ने खींचकर विधानसभा से बाहर निकाल दिया.
उमर अब्दुल्ला ने इस दौरान विधानसभा को संबोधित किया. जिसमें अब्दुल्ला ने यह आरोप लगाया कि 5 अगस्त 2019 के बाद जम्मू-कश्मीर के राजनेताओं का अपमान किया गया. उन्होंने यहां तक कहा कि जम्मू कश्मीर की जनता ने अनुच्छेद 370 को हटाए जाने का समर्थन नहीं किया है और केंद्र इसे नजरअंदाज नहीं कर सकता.
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