जब से संसद ने वक्फ बोर्ड से संबंधित कानून पारित किया है, तब से पश्चिम बंगाल विशेषकर मुर्शिदाबाद क्षेत्र में हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं। उपद्रवियों ने ऐसा उत्पात मचाया है कि सड़कों पर हर ओर आगजनी और तोड़फोड़ का मंजर दिखाई दे रहा है। कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया है और ऐसी भी खबरें सामने आई हैं कि हिन्दू समुदाय के घरों को निशाना बनाकर लूटा गया है।

सुनियोजित ढंग से माहौल बिगाड़ने की कोशिश

अब तक इस हिंसा में 3 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों घायल बताए जा रहे हैं। इसी बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक दंगा पीड़ित अपनी आपबीती बताते हुए भावुक हो जाता है। वीडियो में व्यक्ति कहता है कि, “बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाना चाहिए। हर शुक्रवार को सुनियोजित ढंग से माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जाती है। हालात इतने बेकाबू हो चुके हैं कि आम लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।” इस वीडियो को देखकर बंगाल में बिगड़ती स्थिति का अंदाज़ा लगाया जा सकता है और समझा जा सकता है कि आम नागरिकों को किस भय और अराजकता में दिन काटने पड़ रहे हैं।

ममता बनर्जी का बयान

इस विरोध प्रदर्शन के बीच कल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी बयान सामने हुआ था. उन्होंने कहा कि बंगाल में वक्फ कानून लागू नहीं किया जाएगा। हिंसा के बाद धुलियान जैसे कई बड़े इलाकों में अशांति का माहौल है. वक्फ कानून के खिलाफ मुस्लिम संगठन लगातार विरोध प्रदर्शन करते दिखाई दे रहे हैं। शुक्रवार को मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़की हुई थी. तब से स्थिति लगातार तनावपूर्ण में बनी हुई है.

उकसावे में न आए

सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से शांत रहने और उकसावे में न आने का आग्रह भी किया है उन्होंने कहा है कि हम किसी भी हिंसा का समर्थन नहीं करते हैं। कुछ दल राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं. उनके बहकावे में न आएं. हर इंसान की जान कीमती है। राजनीति के लिए दंगे न भड़काएं. जो भीा लोग दंगे भड़का रहे हैं, वे समाज को नुकसान पहुंचे का काम कर रहे हैं।

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