ममता बनर्जी सरकार में मंत्री रबींद्रनाथ घोष ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष को महज 3 मिनट में कुश्ती में हरा देंगे. उन्होंने कहा कि अगर वह बॉक्सिंग के लिए तैयार हैं तो भी मैं उनकी नाक, आंख और चेहरा तोड़ दूंगा. दरअसल रामनवमी के दिन हिंदू संगठनों द्वारा जगह-जगह रैलियां निकाली गई थीं. एक रैली में दिलीप घोष खुद लाठी लहराते हुए दिखाई दे रहे हैं. रैलियों के बाद राज्य में दो समुदायों के बीच जगह-जगह हिंसक घटनाएं सामने आई थीं.
कोलकाताः पश्चिम बंगाल के मंत्री रबींद्रनाथ घोष ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष को कुश्ती खेलने की चुनौती दी है. रबींद्रनाथ घोष ने दावा किया कि दिलीप घोष को हराने के लिए उन्हें सिर्फ 3 मिनट चाहिए. इस दौरान ममता बनर्जी के मंत्री ने खुलेआम दिलीप घोष की नाक और मुंह तोड़ने की धमकी भी दे डाली. मंत्री के इस बयान की पश्चिम बंगाल बीजेपी के नेताओं ने कड़ी निंदा करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
दरअसल मंत्री रबींद्रनाथ घोष ने कहा था, ‘अगर वह (दिलीप घोष) लाठियों से खेलने के इच्छुक हैं तो मैं भी उनसे कुश्ती के लिए तैयार हूं. उन्हें हराने के लिए मुझे ज्यादा से ज्यादा 3 मिनट की जरूरत है. अगर वह बॉक्सिंग के लिए तैयार हैं तो भी मैं उनकी नाक, आंख और चेहरा तोड़ दूंगा. मैंने दिलीप घोष को हाथ में स्टिक लहराते हुए देखा है, मैं उन्हें चुनौती देकर कहता हूं कि वो मुझसे लड़कर दिखाएं.’ रबीन्द्रनाथ घोष ने आगे कहा कि छोटे बच्चों और महिलाओं के हाथों में तलवार देना सरासर गलत है.
শক্তি ও ভক্তির সমন্বয়ে রামনবমী.. pic.twitter.com/C7izLRFaSw
— Dilip Ghosh (Modi Ka Parivar) (@DilipGhoshBJP) March 26, 2018
बता दें कि रामनवमी के अवसर पर हिंदूवादी संगठनों द्वारा तलवार, लाठी-डंडे लेकर जुलूस निकाला गया था. जिसके बाद राज्य में कई जगह हिंसक घटनाएं सामने आई थीं. रामनवमी पर हथियार लेकर जुलूस निकालने के लिए प्रशासन और पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से अनुमति नहीं दी गई थी. इसके बावजूद रैलियां निकाली गईं. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष भी एक रैली में लाठी, तलवार और गदा लेकर शामिल हुए थे. दिलीप ने अपने ट्विटर अकाउंट पर कुछ तस्वीरें शेयर की थीं.
दिलीप घोष ने रैली से पहले कहा था कि रैली में पारंपरिक हिंदू हथियार भी होंगे लेकिन उन्होंने रैली की लोकेशन और हथियारों की संख्या नहीं बताई. हिंसक घटनाओं की निंदा करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने बीजेपी-आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा था कि क्या कभी राम को किसी ने बंदूक लिए देखा है? हिंसक घटनाओं के बाद केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने ममता सरकार को ‘जेहादी सरकार’ बता डाला. सुप्रियो ने आरोप लगाया कि अल्पसंख्यक समुदाय के गुंडों ने हिंदुओं को घरों से बाहर निकालकर मारा.