कोलकाता, पश्चिम बंगाल में गाय तस्करी के आरोपी तृणमूल के नेता अनुब्रत मंडल को बुधवार को आसनसोल स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद उन्हें 14 दिनों की जेल हिरासत में भेज दिया गया. सात अक्टूबर को इस मामले की अगली सुनवाई होनी हैबता दें कि अनुब्रत मंडल की सीबीआई ने […]
कोलकाता, पश्चिम बंगाल में गाय तस्करी के आरोपी तृणमूल के नेता अनुब्रत मंडल को बुधवार को आसनसोल स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद उन्हें 14 दिनों की जेल हिरासत में भेज दिया गया. सात अक्टूबर को इस मामले की अगली सुनवाई होनी हैबता दें कि अनुब्रत मंडल की सीबीआई ने बोलपुर से गिरफ्तार किया था और वे पिछले 14 दिनों से सीबीआई हिरासत में थे. आज उनकी सीबीआई हिरासत की अवधि समाप्त हुई थी, जिसके बाद उन्हें और 14 दिनों की जेल हिरासत में भेज दिया गया.
बीते दिन अनुब्रत मंडल की रिहाई को लेकर सीबीआई के जज को धमकी दी गई थी. कहा गया था कि अगर तृणमूल नेता अनुब्रत मंडल को इस मामले में जमानत नहीं दी गई तो उनके परिवार को झूठे केस में फंसा दिया जाएगा. स्पेशल जज की तरफ से इस मामले की शिकायत की गई है और कार्रवाई की मांग की गई है.
बताया जा रहा है कि राजेश चक्रबर्ती नाम के जज को किसी बप्पा चटर्जी नाम के शख्स ने धमकी भरी चिट्ठी लिखी है. उस चिट्ठी में साफ कहा गया है कि अगर अनुब्रत मंडल को जमानत नहीं दी गई तो उनके परिवार को एनडीपीएस (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट) के तहत किसी मामले में फंसा दिया जाएगा, इसलिए अनुब्रत मंडल को जल्दी रिहा किया जाए. इस चिट्ठी में लिखा गया है कि आपको आदेश दिया जाता है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुब्रत मंडल को तुरंत छोड़ दिया जाए. ऐसा नहीं होने पर आपके परिवार पर NDPS के तहत मामला दर्ज करवाया जाएगा, आपकी भलाई के लिए आपको ये बात पहले ही बता दी जा रही है.
लेकिन इस चिट्ठी से बप्पा चटर्जी ने खुद को दूर कर लिया है, उन्होंने कहा कि उन्हें ऐसी किसी भी चिट्ठी के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्हें फंसाने के लिए, उनकी छवि खराब करने के लिए ये सब किया जा रहा है.