रक्षाबंधन के पावन पर्व पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को राखी भेजी है. सीएम की ओर से टीएमसी सांसद व पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी रविवार को इस राखी को लेकर हार्दिक पटेल के पास गए थे.
नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल को इस रक्षाबंधन पर राखी भिजवाई थी. रविवार को टीएमसी सांसद और पूर्व रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने हार्दिक पटेल से मुलाकात कर उनको यह राखी सौंपी. दिनेश त्रिवेदी ने पाटीदार समाज के लिए आरक्षण की मांग पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर अपने आवास पर बैठे हार्दिक पटेल को टीएमसी का समर्थन भी जताया. हार्दिक पटेल आरक्षण की मांग के साथ-साथ किसानों की कर्ज माफी की भी मांग कर रहे हैं.
ममता बनर्जी के राखी भेजने पर खुशी जताते हुए हार्दिक ने ट्वीट किया, ‘पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रक्षाबंधन के पवित्र त्योहार पर राखी भेजी. दीदी की राखी लेकर पश्चिम बंगाल के सांसद दिनेश त्रिवेदी उपवास आंदोलन की छावनी पर उपस्थिति रहे. भाजपा की तानाशाही देख वो स्तब्ध हो गए.’ हार्दिक पटेल के उपवास को लेकर उनके आवास के बाहर काफी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है. रविवार को विधायक जिग्नेश मेवाणी भी हार्दिक से मिलने के लिए उनके आवास पर गए थे.
राजनीतिक जानकारों की मानें तो 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी को उनके गृह राज्य गुजरात में कड़ी टक्कर देने के लिए ममता बनर्जी हार्दिक को समर्थन दे रही हैं. ममता के हार्दिक के लिए राखी भेजे जाने को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. गौरतलब है कि गुजरात में पाटीदार समाज के लिए आरक्षण की मांग के लिए हार्दिक पटेल ने आंदोलन किया था. इस आंदोलन के माध्यम से हार्दिक ने खुद को मोदी विरोधी बताते हुए पूरे देश में जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की थी.
https://twitter.com/HardikPatel_/status/1033702611403194368
ममता बनर्जी की तारीफ करते हुए हार्दिक पटेल इससे पहले एक बयान में कह चुके हैं, ‘मुझे लगता है कि इंदिरा गांधी के बाद ममता बनर्जी ही हैं, जो देश का नेतृत्व कर सकती हैं.’ बताते चलें कि 2019 आम चुनाव में बीजेपी के विजय रथ को रोकने के लिए ममता बनर्जी विपक्षी दलों को एकजुट करने का काम कर रही हैं. हाल ही में ममता बनर्जी ने विपक्षी दलों के तमाम नेताओं से दिल्ली में मुलाकात की थी. उन्होंने बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से भी मुलाकात कर सभी को सकते में डाल दिया था.