नई दिल्ली, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि चीनी स्मार्टफोन कंपनी वीवो ने टैक्स से बचने के लिए 62,476 करोड़ रुपये चीन को भेजे थे, ईडी ने ये भी कहा कि वीवो इंडिया ने यहां पर टैक्स देनदारी से बचने के लिए अपने कुल कारोबार का लगभग […]
नई दिल्ली, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि चीनी स्मार्टफोन कंपनी वीवो ने टैक्स से बचने के लिए 62,476 करोड़ रुपये चीन को भेजे थे, ईडी ने ये भी कहा कि वीवो इंडिया ने यहां पर टैक्स देनदारी से बचने के लिए अपने कुल कारोबार का लगभग 50 प्रतिशत हिस्सा यानी 62,476 करोड़ रुपये विदेश भेज दिए थे, जिससे उसे टैक्स न देना पड़े. केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि वीवो इंडिया ने भारत में टैक्स देने से बचने के लिए अपने राजस्व का बड़ा हिस्सा चीन ही नहीं बल्कि और भी कुछ देशों में भेजा है. विदेशों में भेजी गई राशि 62,476 करोड़ रुपये है जो वीवो के कारोबार का लगभग आधा हिस्सा है.
ईडी ने कहा कि वीवो मोबाइल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड एवं इसकी 23 संबद्ध कंपनियों के खिलाफ बुधवार को चलाए गए सघन तलाशी अभियान के बाद उनके बैंक खातों में जमा 465 करोड़ रुपये की राशि जब्त कर ली गई है. इसके अलावा वीवो के ठिकानों से 73 लाख रुपये की नकदी और दो किलोग्राम सोने की छड़ें भी जब्त की गई हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि वीवो के पूर्व निदेशक बिन लाऊ ने भारत में कई कंपनियां बनाने के बाद साल 2018 में देश छोड़ दिया था, अब इन कंपनियों के वित्तीय लेन-देन पर प्रवर्तन निदेशालय की नज़र है.
प्रवर्तन निदेशालय ने यह आरोप भी लगाया है कि वीवो इंडिया के कर्मचारियों ने उसकी तलाशी अभियान के दौरान सहयोग नहीं किया था और भागने एवं डिजिटल उपकरणों को छिपाने की कोशिश भी की थी.
गौरतलब है, बीते दिनों प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने देश भर में वीवो के 23 ठिकानों पर छापेमारी की थी. ईडी की यह छापेमारी लगभग 12-15 तक चली थी.
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