राजधानी लखनऊ में हुए विवेक तिवारी मर्डर मामले में यूपी के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर योगी सरकार पर ही भड़क उठे. उन्होंने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी पुलिस मुठभेड़ के नाम पर पैसे लेकर हत्या कर रही है. योगी सरकार कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने में पूरी तरह फेल हो गई है.
लखनऊः विवेक तिवारी मर्डर मामले में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने अपनी ही सरकार को सवालों के कटघरे में खड़ा कर दिया है. मंत्री ओपी राजभर ने आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी पुलिस पैसे लेकर फर्जी मुठभेड़ें कर रही है. वह यहीं पर ही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार कानून व्यवस्था के मुद्दे पर पूरी तरह से नाकाम हो गई है.
उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओपी राजभर ने सोमवार को दो ट्वीट किए. उन्होंने लिखा, ‘राजधानी लखनऊ में एक आम शहरी की पुलिस की ओर से हत्या कर दी गई. एनकाउंटर के नाम पर पैसा लेकर पुलिस की ओर से हत्याएं की जा रही हैं. प्रदेश में जुर्म का इकबाल कायम है. कानून-व्यवस्था मजाक बनी हुई है. योगी जी न तो प्रदेश में अपराध कम करने में सफल हुए हैं और न ही वह जनता को सुरक्षा का एहसास करा पाए हैं. कानून-व्यवस्था के नाम पर पूरी तरह से फेल है योगी सरकार. विवेक तिवारी की हत्या, मुकेश राजभर, जितेंद्र यादव, नौसाद की सीबीआई जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. पुलिस लीपापोती करने में लगी है.’
जहां एक ओर योगी के मंत्री ओपी राजभर कानून व्यवस्था का मखौल उड़ाने की बात कहकर सूबे में गुंडाराज की बानगी दे रहे हैं तो वहीं योगी सरकार में खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी ने इस मामले में कहा, ‘मामला सामने आते ही सरकार ने दोनों पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करके जेल भिजवा दिया है. राज्य सरकार इस मामले की जांच (SIT) बहुत गंभीरता से करा रही है. कहीं किसी को बचाने की कोशिश नहीं की जा रही है. जांच के परिणाम आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.’ बताते चलें कि विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी को लखनऊ नगर निगम में पीआरओ की नौकरी दी गई है.
और न ही जनता को सुरक्षा का एहसास नही करा पाए हैं। कानून-व्यवस्था के नाम पर पूरी तरह से फेल है योगी सरकार। विवेक तिवारी की हत्या,मुकेश राजभर,जितेंद्र यादव,नौसाद की सीबीआई जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई हो। पुलिस लीपापोती करने में लगी है।
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) October 1, 2018