विजयनगर. Vijaynagar : भारत एक ऐसा देश जहाँ मध्यवर्गीय और गरीब परिवार की बहुतायत है. ऐसे में देश कई परिवार ऐसे हैं जो दो वक़्त की रोटी जुटाने के लिए दिन रात और खून पसीना एक कर चंद पैसे कमाते हैं, तो वहीं कुछ बेबस लाचार अपने परिवार का पेट पालने के लिए भीख मांगने […]
विजयनगर. Vijaynagar : भारत एक ऐसा देश जहाँ मध्यवर्गीय और गरीब परिवार की बहुतायत है. ऐसे में देश कई परिवार ऐसे हैं जो दो वक़्त की रोटी जुटाने के लिए दिन रात और खून पसीना एक कर चंद पैसे कमाते हैं, तो वहीं कुछ बेबस लाचार अपने परिवार का पेट पालने के लिए भीख मांगने लग जाते हैं. कहते हैं कि गरीब को मौत भी अच्छी नहीं नसीब होती. ऐसे में विजयनगर से एक आँखें नम करने वाला मामला सामने आया है. जिसे देख और सुनकर आपका भी दिल पसीज जाएगा.
विजयनगर जिले के हड़गली में एक भिखारी की मौत पर हजारों लोगों ने दुख जताया और सैकड़ों लोग उसकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए. इस दौरान लोगों ने भिखारी की मौत पर दुख जताया है. इस भिखारी का नाम बसवा उर्फ हुच्चा बस्या था, इसकी ख़ास बात यह थी कि ये भीख में सिर्फ 1 रूपये लेता था, अगर कोई एक रूपये से ज्यादा कभी देता भी था तब भी वो नहीं लेता था. साथ ही उसकी यह भी ख़ास बात थी कि उसकी कही हुई बात अक्सर ही सच हो जाती थी. इसीलिए भी लोगों के मन में उसके लिए आदर था। यही वजह थी कि उसकी अंतिम यात्रा में भारी भीड़ जुटी। मृतक भिखारी की उम्र 45 साल बताई जा रही है.
बीते दिन बसवा की अंतिम यात्रा निकाली गई. उनकी अंतिम यात्रा बैंड-बाजे के संगीत के साथ निकाली गई.