कासगंज हिंसा के विरोध में बुधवार को आगरा में वीएचपी और बजरंग दल कार्यकर्ता तिरंगा यात्रा निकाल रहे हैं. यात्रा के मद्देनजर पुलिस प्रशासन हाई अलर्ट पर है. कासगंज में फैले तनाव के विरोध में राज्य के कई शहरों में तिरंगा यात्राएं निकाली जा चुकीं हैं. आगरा के अलावा फिरोजाबाद में भी तिरंगा यात्रा निकालने की तैयारी है.
आगराः कासगंज हिंसा के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने बुधवार को ताजनगरी आगरा में तिरंगा यात्रा निकाली. वीएचपी और बजरंग दल की यह तिरंगा यात्रा आगरा के 40 ब्लॉक से होकर गुजरेगी. तिरंगा यात्रा के एहतियातन पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हुए हैं. कासगंज हिंसा के विरोध में राज्य के कई शहरों में तिरंगा यात्राएं निकाली जा चुकीं हैं. बुधवार को आगरा के अलावा फिरोजाबाद में भी तिरंगा यात्रा निकालने की तैयारी है. डीजीपी की ओर से सख्त निर्देश दिए गए हैं कि जिन भी जिलों में तिरंगा यात्रा निकाली जा रही हैं, वहां सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक-चौबंद रखी जाए.
आगरा में वीएचपी और बजरंग दल की तिरंगा यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. यह तिरंगा यात्रा आगरा के नामेर चौराहे से शुरू होकर जिला अस्पताल से होते हुए दीवानी चौराहे पर जाएगी, जहां पर भारत माता की प्रतिमा मौजूद है. वीएचपी और बजरंग दल के काफी संख्या में कार्यकर्ता इस यात्रा में हिस्सा ले रहे हैं. बताया जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट भी जाएंगे और जिलाधिकारी को कासगंज हिंसा के संबंध में एक ज्ञापन भी देंगे. वीएचपी और बजरंग दल के पदाधिकारी कासगंज हिंसा में मारे गए चंदन गुप्ता के परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं.
Vishwa Hindu Parishad takes out 'Tiranga Yatra' in #Agra pic.twitter.com/dJMKI31L3K
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 31, 2018
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के कासगंज में गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगा यात्रा के दौरान हुए बवाल ने राजनीतिक रूप ले लिया है. जहां एक ओर सूबे के अलग-अलग जिलों में तिरंगा यात्राएं निकाली जा रही हैं, वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर के नेतृत्व में कासगंज जाने वाले प्रतिनिधिमंडल को प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है. आपको बता दें कि 26 जनवरी को कासगंज में हुई हिंसा के बीच चंदन गुप्ता नामक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी. जिसके बाद शहर में सांप्रदायिक हिंसा फैल गई थी. प्रशासन ने सख्त रुख अपनाते हुए कासगंज हिंसा के आरोपियों की संपत्ति की कुर्की करने के आदेश जारी कर दिए हैं. फरार चल रहे तीन मुख्य अभियुक्तों समेत 12 आरोपियों के घर पर संपत्ति की कुर्की का नोटिस उनके घरों के बाहर चस्पा कर दिया गया है. हिंसा के बाद करीब 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. फिलहाल 26 जनवरी को फैले तनाव के बाद अब कासगंज अमन की ओर लौटता दिखाई दे रहा है.
कासगंज हिंसाः विवादित फेसबुक पोस्ट के बाद बरेली के DM ने मांगी माफी, अब बोले- हम सबका DNA एक