Vaishno Devi Stampede: जम्मू कश्मीर, Vaishno Devi Stampede: ख़बर जम्मू कश्मीर के माता वैष्णो देवी मंदिर से है जहां, आज रात करीब 2:45 बजे भगदड़ मच गई जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा श्रद्धालुओं के घायल होने की खबर है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. ऐसे में मामले […]
जम्मू कश्मीर, Vaishno Devi Stampede: ख़बर जम्मू कश्मीर के माता वैष्णो देवी मंदिर से है जहां, आज रात करीब 2:45 बजे भगदड़ मच गई जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा श्रद्धालुओं के घायल होने की खबर है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. ऐसे में मामले में घटना के चश्मदीद ने एक खुलासा किया है, जिसके अनुसार मंदिर पर सुरक्षा के लिए तैनात सीआरपीएफ के जवानों ने किसी VVIP के लिए श्रद्धालुओं को डंडे से डराया था जिसके चलते लोगों के बीच भगदड़ मच गई और यह हादसा हो गया.
शनिवार रात जम्मू कश्मीर के माता वैष्णो देवी मंदिर परिसर में हुई घटना की जांच जारी है. इस घटना में 12 लोगों की मौत हो गई वहीं कई श्रद्धालू घायल हैं. बहरहाल, मृतकों में जम्मू, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के श्रद्धालुओं की पहचान हो गई है. वहीं, हादसे की तह से जांच के लिए केंद्र व राज्य सरकार ने आदेश दिए हैं. अब घटना के चश्मदीद ने नया खुलासा किया है, जिसमें उसने समझाने की कोशिश की है कि सीआरपीएफ के जवानों की गलती की वजह से यह हादसा हो गया.
इस हादसे के चश्मदीद हिमांशु अग्रवाल का कहना है कि वे हरियाणा के रहने वाले हैं और दो दिन पहले ही अपने कुछ दोस्तों के साथ माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए आए थे. वे दर्शन लौट ही रहे थे कि रात करीब ढाई बजे एका-एक चेकपोस्ट के पास श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा हो गई. अब यहां का रास्ता पूरी तरह ब्लॉक हो चुका था और आने जाने का कोई रास्ता नहीं बचा था. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को देख रहे सीआरपीएफ कर जवानों ने बड़ी ही गैर जिम्मेदार से भीड़ को आगे पीछे कर छांटने की बजाए डंडों से श्रद्धालुओं को धमकाने और डराना शुरू कर दिया.
घटना के चश्मदीद हिमांशु अग्रवाल ने आगे बताया कि सीआरपीएफ के जवान लगातार श्रद्धालुओं को डंडों से धमका रहे थे और कह रहे थे किसी VIP को आना है, उन्हें दर्शन करवाने हैं रास्ता जल्दी खाली करो. इस तरह सीआरपीएफ के जवानों ने गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाते हुए भीड़ को पीछे धकेलना शुरू कर दिया. उन्होंने आगे बताया कि सुरक्षकर्मियों ने यह नहीं देखा कि आगे-पीछे हटने की कोई जगह नहीं है. ऐसे में श्रदालुओं में दहशत मच गई और डर की वजह से लोग आगे-पीछे होने लगे. और ऐसे में लोग एक के बाद एक गिरते चले गए और भगदड़ का शिकार होते हुए कुचले गए. मैं और मेरे दोस्त खम्बे पर चढ़ गए जिससे हम अपनी जान बचा पाए. करीब 15 मिनट तक भगदड़ का माहौल रहा, इसके बाद सीआरपीएफ की टीम आई और लोगों को तरीके से निकाला जाने लगा.