देहरादून : इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में कुछ स्कूली छात्राएं बदहवासी में चिल्ला रही हैं रो रही हैं. वीडियो को देखने वालों का कहना है कि ये कोई भूत-प्रेत का साया है. वीडियो इस समय चर्चा का विषय है कि आखिर क्यों इन स्कूली छात्राओं की […]
देहरादून : इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में कुछ स्कूली छात्राएं बदहवासी में चिल्ला रही हैं रो रही हैं. वीडियो को देखने वालों का कहना है कि ये कोई भूत-प्रेत का साया है. वीडियो इस समय चर्चा का विषय है कि आखिर क्यों इन स्कूली छात्राओं की ये हालत हुई? आइये बताते हैं क्या है पूरा मामला.
यह घटना राजकीय कन्या जूनियर हाईस्कूल रैखोली के कुछ विद्यार्थियों के साथ हुई. जहां इन छात्राओं के बदहवास होने की सूचना स्वास्थ्य विभाग को मिली. सूचना पाते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ ही प्रशासन और शिक्षा विभाग के अधिकारी विद्यालय पहुंचे। काउंसलर ने विद्यार्थियों की काउंसिलिंग की।इस स्कूल के विद्यार्थियों को मास हिस्टीरिया (बदहवासी) से ग्रसित पाया गया. दरअसल कन्या जूनियर हाईस्कूल रैखोली में पढ़ने वाली कुछ बालिकाएं और बालक पिछले दो दिनों से बदहवास हो रहे थे. ये सभी बालिकाएं चिल्ला रही थीं, और बेवजह रो रही थीं. इस घटना का वीडियो बेहद डरा देने वाला और सवाल खड़े करने वाला है जो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
छात्रों के इस तरह से व्यवहार करने की सूचना बीते बृहस्पतिवार को अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. हरीश पोखरिया के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम के पास गई. जो तुरंत विद्यालय पहुंची. टीम में काउंसलर संदीप कुमार भी थे जिन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए एसडीएम हर गिरी और मुख्य शिक्षाधिकारी गजेंद्र सिंह सौन को भी विद्यालय बुलाया. विद्यालय पहुंचकर विद्यार्थियों के साथ ही स्कूल स्टाफ से जानकारी हासिल की गई. जहां काउंसलर संदीप कुमार ने बताया कि विद्यालय के छह बालिकाएं और दो बालक मास हिस्टीरिया से ग्रसित हैं.
इस स्थिति में चीखने चिल्लाने पर बच्चे भी देखा देखी में चीखने चिल्लाने लगते हैं. विद्यार्थियों के साथ ही अभिभावकों की काउंसिलिंग की और एक सप्ताह तक पीएचसी बोहाला का स्टाफ विद्यार्थियों पर नजर रखी हुई है. अभी फिलहाल सभी विद्यार्थियों की स्थिति सामान्य है.