उत्तराखंड: पुजारी ने मंदिर में शराब पीने से रोका तो लाठी-डंडे से पीट-पीटकर कर दी हत्या, 3 गिरफ्तार

देहरादून: उत्तराखंड में एक पुजारी और सेवादार की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनमें एक अघोरी, एक मंदिर का ही पूर्व सेवादार और आपराधिक रिकॉर्ड वाला आदमी शामिल है. घटना उधम सिंह नगर जिले की बताई जा रही […]

Advertisement
उत्तराखंड: पुजारी ने मंदिर में शराब पीने से रोका तो लाठी-डंडे से पीट-पीटकर कर दी हत्या, 3 गिरफ्तार

Vaibhav Mishra

  • January 29, 2024 4:36 pm Asia/KolkataIST, Updated 10 months ago

देहरादून: उत्तराखंड में एक पुजारी और सेवादार की हत्या के मामले में पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है. जिनमें एक अघोरी, एक मंदिर का ही पूर्व सेवादार और आपराधिक रिकॉर्ड वाला आदमी शामिल है. घटना उधम सिंह नगर जिले की बताई जा रही है. एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि 4-5 जनवरी की रात खटीमा में स्थित बाबा भारमल मंदिर के पुजारी बाबा हरिगिरि महाराज और उनकी सेवादार रूपा की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. वहीं, इस दौरान घटनास्थल से कुछ नकदी और अन्य सामान भी गायब थे.

3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया

एसएसपी मंजूनाथ ने बताया कि मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जिनमें मंदिर का एक पूर्व सेवादार कालीचरण, अघोरी रामपाल और यूपी के पीलीभीत जिले का रहने वाला पवन शामिल है. पुलिस ने बताया कि पवन का आपराधिक रिकॉर्ड भी रहा है. आरेपियों से पूछताछ में पता चला कि कालीचरण और रामपाल मंदिर में आयोजित भंडारे में शामिल होने आए थे. इस दौरान भंडारे का खाना खाने के बाद दोनों मंदिर के परिसर में ही रुक गए. इस बीच रात में दोनों शराब पी रहे थे. बाबा हरिगिरि महाराज ने जह उन्हें शराब पीते हुए देखा तो उन्हें डांटा. इसके बाद दोनों मंदिर से बाहर चले गए.

पवन के साथ मिलकर रची साजिश

इसके बाद कालीचरण और रामपाल ने पवन के साथ मिलकर पुजारी बाबा हरिगिरि महाराज की हत्या करने साजिश रची. घटना वाले दिन तीनों आरोपी हाथ में लाठी-डंडा लेकर मंदिर पहुंचे और पुजारी पर हमला कर दिया. इसके बाद जब सेवादार रूपा उन्हें बचाने आई तो उसकी भी पिटाई कर दी. वहीं, एक अन्य सेवादार नन्हे इसमें घायल हो गया. एसएसपी ने आगे बताया कि घटनास्थल पर कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था. घायल सेवादार नन्हें भी घटना को लेकर कोई ठोस सुराग नहीं दे पा रहा था. इस बीच पुलिस ने करीब 1200 लोगों से पूछताछ की और 1 हजार से ज्यादा कैमरों को खंगाला. फिर जब मामले का सुराग मिला तो पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने आरोपियों के पास से 4700 रुपए, एक मोबाइल और डोंगल बरामद किया है.

Advertisement