Uttarakhand: मसूरी में यमुना पेयजल योजना की पाइप लाइन का वाल्व फटने से हजारों लीटर पानी हुआ बर्बाद

देहरादून: उत्तराखंड के मसूरी के गांधी चौक पर 144 करोड़ रुपए की यमुना पेयजल पंपिंग योजना की पाइप लाइन का वाल्व फट गया है. बताया जा रहा है कि इससे क्षेत्र में पानी पानी हो गया. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि जहां मसूरी के कई क्षेत्र में पानी को लेकर तरस रहे हैं, […]

Advertisement
Uttarakhand: मसूरी में यमुना पेयजल योजना की पाइप लाइन का वाल्व फटने से हजारों लीटर पानी हुआ बर्बाद

Deonandan Mandal

  • June 22, 2024 5:17 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 months ago

देहरादून: उत्तराखंड के मसूरी के गांधी चौक पर 144 करोड़ रुपए की यमुना पेयजल पंपिंग योजना की पाइप लाइन का वाल्व फट गया है. बताया जा रहा है कि इससे क्षेत्र में पानी पानी हो गया. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि जहां मसूरी के कई क्षेत्र में पानी को लेकर तरस रहे हैं, वहीं जल निगम की तरफ से पेयजल योजना के तहत किए गए कार्य की खराब गुणवत्ता की वजह से लोग पानी के लिए तरस रहे हैं. हाल ही में डाली गई पाइपलाइन के लीक होने से एमएलडी की हजारों लीटर पानी बर्बाद हो गया है.

स्थानीय लोगों का कहना है कि पर्यटन सीजन में पानी की भरपूर सप्लाई होनी चाहिए, लेकिन गढ़वाल जल संस्थान और जल निगम के अधिकारियों में समंजस न होने की वजह से लोगों को पानी की समस्या हो रही है. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने बैठक में सभी अधिकारियों को आपस में समाजस्य बनाकर मसूरी में पेयजल की आपूर्ति को सुनिश्चित करने की निर्देश दिए थे, लेकिन कई जगहों पर सही तरीके से पेयजल आपुर्ति नहीं हो पा रही है जिससे लोगों में परेशान हो रहे है.

लोगों ने की चांज की मांग

वहीं लोगों ने मसूरी यमुना पेयजल पंपिंग योजना के तहत किए गए कार्यों की उच्च स्तरीय जांच करने के लिए मांग की है. उन्होंने कहा कि मसूरी के सभी क्षेत्रों में पेयजल की सप्लाई को सुनिश्चित किया जाए. इस संबंध में गढ़वाल जल संस्थान मसूरी के अधिशासी अभियंता अमित कुमार ने कहा कि जल निगम की तरफ से पेयजल योजना के तहत मसूरी में पाइप लाइन डाली गई है, लेकिन अभी तक जल निगम की तरफ से गढ़वाल जल संस्थान को पेयजल योजना के तहत किए गए कार्य हैंडओवर नहीं किए गए हैं.

केंद्र ने लागू किया लोक परीक्षा कानून 2024, परीक्षा माफियाओं पर लगेगी नकेल

Advertisement