बहराइच हिंसा में नया खुलासा: पुलिस भाग गई थी, गुस्से में सीएम योगी, नपेंगे कई अफसर

लखनऊ. बहराइच में 13 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा और रामगोपाल मिश्रा की हत्या के बाद उठा बवंडर थमने का नाम नहीं ले रहा है. राजनेता बयान देकर आग में घी डालने का काम कर रहे हैं. उधर सीएम योगी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए पुलिस प्रशासन के आला अफसरों […]

Advertisement
बहराइच हिंसा में नया खुलासा: पुलिस भाग गई थी, गुस्से में सीएम योगी, नपेंगे कई अफसर

Vidya Shanker Tiwari

  • October 19, 2024 4:35 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

लखनऊ. बहराइच में 13 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई हिंसा और रामगोपाल मिश्रा की हत्या के बाद उठा बवंडर थमने का नाम नहीं ले रहा है. राजनेता बयान देकर आग में घी डालने का काम कर रहे हैं. उधर सीएम योगी ने स्थिति का जायजा लेने के लिए पुलिस प्रशासन के आला अफसरों की एक बैठक की है जिसमें उन्हें बताया गया कि पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाई. पुलिस अफसर फोर्स लेकर दो किमी दूर खड़े रहे और एक अफसर दुकान में छिप गया.

योगी भयंकर नाराज

बहराइच हिंसा को लेकर सीएम योगी ने एक बैठक की है जिसमें एसीएस होम दीपक कुमार, गृह सचिव संजीव गुप्ता, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार और अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था अमिताभ यश समेत तमाम आला अफसरों ने शिरकत की. आपको बता दें कि घटना के बाद अमिताभ यश मौके पर पहुंचे थे और भीड़ को खदेड़ने के लिए पिस्टल लेकर दौड़ते नजर आये थे. उनका वो वीडियो काफी वायरल हुआ था. भीड़ आरोपियों का एनकाउंटर करने की मांग कर रही थी. बताते हैं कि बैठक में सीएम ने सिलसिलेवार घटनाक्रम की जानकारी ली और उन्हें बताया गया है कि घटना से निपटने में पुलिस प्रशासन से लापरवाही हुई है.

पुलिस अफसर दुकान में छिप गया था

कुछ अफसर देर से पहुंचे जबकि कुछ अफसर दो किमी दूर खड़े रहे. एक अफसर दुकान में छिप गया. यह सुनकर सीएम का चेहरा लाल हो गया. माना जा रहा है कि प्रकरण के शांत होने के बाद कुछ अफसरों पर गाज गिरनी तय है. इसके अलावा जिन मकानों पर लाल निशान लगे है मतलब अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाने और उस दौरान होने वाली व्यवस्था के बारे में भी सीएम ने जानना चाहा.

जानें पूरा मामला

यह घटना हरदी थाने के रेहुआ मंसूर गांव में हुई थी, बीते रविवार की शाम को मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के लिए भीड़ पर महराजगंज बाजार में मुसलमानों ने पथराव कर दिया था। इतना ही नहीं 20 राउंड फायरिंग की गई थी। इसमें गांव के 22 साल के राम गोपाल मिश्रा को गोली लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। एक अन्य शख्स बुरी तरह से घायल है। राम गोपाल की शादी को सिर्फ 4 महीने पहले हुई थी। परिजन आरोप लगा रहे कि राम गोपाल मिश्रा को मुसलमानों की भीड़ ने खींचकर बाहर निकाला और फिर गोली मार दी।

Read Also

मुसलमानों के दुकान जलाने वाले का एनकाउंटर करें योगी, कांग्रेस सांसद बोले-बहराइच में हिन्दुओं का भी हो इलाज़

Advertisement