ट्रांसजेंडर धर्मगुरु महामंडलेश्वर हिमांगी सखी पहले से ही चर्चा में हैं लेकिन अब वह ट्रांसजेंडर समुदाय को मजबूत करने के लिए नया काम करने जा रही हैं। अब ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग भी कथा और पुरोहिताई करते नजर आएंगे, जिसका बीड़ा हिमांगी सखी ने उठाया है. इस कार्य का पूरा रोडमैप तैयार कर लिया गया है। 2025 में होने वाले महाकुंभ में इसका उद्घाटन किया जाएगा.
लखनऊ: ट्रांसजेंडर धर्मगुरु महामंडलेश्वर हिमांगी सखी पहले से ही चर्चा में हैं लेकिन अब वह ट्रांसजेंडर समुदाय को मजबूत करने के लिए नया काम करने जा रही हैं। अब ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग भी कथा और पुरोहिताई करते नजर आएंगे, जिसका बीड़ा हिमांगी सखी ने उठाया है. इस कार्य का पूरा रोडमैप तैयार कर लिया गया है। 2025 में होने वाले महाकुंभ में इसका उद्घाटन किया जाएगा. दरअसल, किन्नर जगद्गुरु हिमांगी सखी का कहना है कि वह 2025 में प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ में ‘वैष्णव किन्नर अखाड़ा’ बनाने जा रही हैं।
इस बारे में रिपोर्टर मानवेंद्र सिंह ने खास बातचीत की। हिमांगी सखी ने बताया कि किन्नरों को धर्म और शास्त्रों की शिक्षा दी जाएगी ताकि वे सनातन परंपरा को समझ सकें और धार्मिक गतिविधियों की जानकारी भी प्राप्त कर सकें. इसके लिए बाकायदा एक ‘वैष्णव किन्नर अखाड़ा’ बनाया जाएगा. हिमांगी सखी ने किन्नर बोर्ड बनाकर किन्नरों के कल्याण के लिए काम करने के लिए यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की. हिमांगी ने कहा कि सीएम योगी ने किन्नर समुदाय से किए गए सभी वादे पूरे किए हैं. उनकी सरकार में किन्नर समाज का सम्मान बढ़ा है.
आपको बता दें कि महामंडलेश्वर हिमांगी सखी पांच भाषाओं में भागवत कथा सुनाती हैं. वह हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी, गुजराती और मराठी में भागवत कथा सुनाती हैं। हिमांगी सखी को 2019 में महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई थी. यह उपाधि उन्हें नेपाल की पशुपतिनाथ पीठ ने दी थी. उन्हें यह उपाधि प्रयागराज में आयोजित कुंभ के दौरान आचार्य महामंडलेश्वर गौरी शंकर महाराज ने दी थी। हिमांगी सखी का विवादों से भी काफी नाता रहा है और इस वजह से वह काफी चर्चा में भी रहती हैं।
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