Lucknow Food Poisoning Case: यूपी की राजधानी लखनऊ के निर्वाण इंस्टीट्यूट में अचानक बच्चों की तबीयत बिगड़ गई. तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां 4 बच्चों की मौत होगी. सुबह मंडलायुक्त रोशन जैकब और डीएम विशाखजी ने लोकबंधु अस्पताल पहुंचकर बच्चों का हाल-चाल जाना.
70 बच्चों की हालत खराब
चार दिन पहले मोहन रोड स्थित निर्वाण इंस्टीट्यूट में मानसिक रूप से विकलांग 70 बच्चों की हालत खराब हो गई थी. जिनमें से 24 बच्चों को इलाज के लिए तुरंत लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया. सोमवार को यहां एक लड़के की जान चली गई. वहीं मंगलवार को दो लड़कियों की मौत हो गई. और गुरुवार की सुबह भी एक बच्चे ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. बाकी अन्य घायलों का इलाज चल रहा है. छह बच्चों की हालत स्थिर पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है.
खाना खाने के बाद बिगड़ी तबियत
खाना खाने के बाद से अचानक बच्चों की तबियत बिगड़ गई. जिसके बाद जिलाधिकारी अपनी टीम के साथ संस्थान पहुंचे और निरीक्षण किया. इस मामले की जानकारी संस्थान के निदेशक अधीक्षक और कर्मचारियों से ली गई. निर्वाण संस्थान निराश्रित मानसिक रूप से विकलांग लड़के और लड़कियों को आश्रय देता है. शनिवार रात 22 मार्च को खाना खाने के बाद बच्चों की हालत खराब हो गई. एक-एक कर सभी बच्चे बीमार पड़ गए. जिन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया.
बच्चों को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत
12 साल के शिवांक की सोमवार को मौत हो गई. मंगलवार को लोकबंधु अस्पताल में भर्ती रेनू और दीपा की भी मौत हो गई. आज यानी गुरुवार को सूरज की जान चली गई. संस्था प्रशासन के मुताबिक शनिवार रात बच्चों को सामान्य भोजन दिया गया. कुछ समय बाद तीन-चार बच्चों की तबीयत खराब हो गई. उन्हें पेट दर्द और उल्टी की शिकायत होने लगी. सभी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया. कुछ देर बाद अन्य बच्चों की भी तबियत खराब हो गई.
उल्टी हुई तो 6 इंच के निकले कीड़े
लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया 23 मार्च से आश्रय केंद्र से बच्चों के आने की शुरुआत हुई थी. ये बच्चे मानसिक दिव्यांग थे. ऐसे में अपनी कंडीशन को लेकर ठीक तरीके से बता नहीं पा रहे थे. पेट पर हाथ रखे थे. इसलिए समझ आ रहा था कि पेट में दर्द हैं. वॉमिटिंग और लूज मोशन के भी लक्षण नजर आ रहे थे.
इस बीच 24 मार्च की रात में एक बच्चे की डेथ हो गई. पुलिस जानकारी देने के बाद शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया. इस दौरान 5 बच्चों को ठीक करके डिस्चार्ज कर दिया गया. वहीं 26 तारीख को दूसरे बच्चे की मौत हो गई. मौजूदा समय कुल 16 बच्चें एडमिट हैं. उल्टी होने पर 6 इंच के कीड़े मिले हैं. आशंका है कि ये कीड़े ब्रेन तक न पहुंच गए हों. इसलिए सभी बच्चों का CT स्कैन, चेस्ट X-RAY और अल्ट्रासाउंड कराया जा रहा है.
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