पत्थरबाजों में ज्यादातर लड़को ने अपने चेहरे को ढक रखा है। आबकारी राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा है कि जिन्होंने दंगा भड़काया था, उसके पोस्टर सार्वजानिक किए जाएंगे। सार्वजानिक संपत्ति को जो नुकसान पहुंचाया गया है, उसकी भरपाई भी यहीं लोग करेंगे।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा के चार दिन हो गए हैं। स्कूल खोल दिए गए हैं लेकिन इंटरनेट अभी भी बंद रखा गया है। हिंसा प्रभावित इलाके में हालात सामान्य नहीं है। अधिकतर लोग अपने घरों को छोड़ कर चले गए हैं। ज्यादातर घरों के बाहर ताले लगे हैं। इस मामले में पुलिस ने अब बड़ी कार्रवाई करते हुए 100 पत्थरबाजों के पोस्टर जारी कर दिए हैं। इसमें 4 महिलाएं भी शामिल हैं।
पत्थरबाजों में ज्यादातर लड़को ने अपने चेहरे को ढक रखा है। आबकारी राज्यमंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा है कि जिन्होंने दंगा भड़काया था, उसके पोस्टर सार्वजानिक किए जाएंगे। सार्वजानिक संपत्ति को जो नुकसान पहुंचाया गया है, उसकी भरपाई भी यहीं लोग करेंगे। इससे पहले ADG जोन रमित शर्मा ने कहा कि जिनके हाथ में पत्थर देखे गए उन्हें छोड़ेंगे नहीं।
रविवार को संभल में हुए हिंसा में 5 लोगों की जान चली गई। जामा मस्जिद के सर्वे का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल काटा और कई गाड़ियों को फूंक दिया। छतों से महिलाएं-पुरुष-बच्चें सब मिलकर पत्थर फेंक रहे थे। अब तक 25 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिसमें दो महिलाएं हैं। इस हादसे के बाद से प्रदेश में सियासत तेज है।