Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • चौकीदार बनकर आया था ये मुसलमान, मंदिर पर किया था कब्जा, हिन्दू संगठनों ने आकर लगाया भगवा झंडा

चौकीदार बनकर आया था ये मुसलमान, मंदिर पर किया था कब्जा, हिन्दू संगठनों ने आकर लगाया भगवा झंडा

यह बताया जा रहा है कि यह मंदिर करीब 150 साल पुराना है, हालांकि कुछ स्थानों पर यह 250 साल पुराना भी बताया गया है। लगभग 50 साल पहले एक व्यक्ति, जिसका नाम वाजिद अली था, चौकीदार के रूप में यहाँ आया और धीरे-धीरे उसने पूरे मंदिर पर कब्जा कर लिया।

Advertisement
hindu sanghatan
  • December 22, 2024 8:00 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 hours ago

नई दिल्ली: यह बताया जा रहा है कि यह मंदिर करीब 150 साल पुराना है, हालांकि कुछ स्थानों पर यह 250 साल पुराना भी बताया गया है। लगभग 50 साल पहले एक व्यक्ति, जिसका नाम वाजिद अली था, चौकीदार के रूप में यहाँ आया और धीरे-धीरे उसने पूरे मंदिर पर कब्जा कर लिया। इसके बाद उसने मूर्तियों को गायब करवा दिया और पूजा भी बंद करवा दी। बाद में मंदिर को एक मकान में तब्दील कर दिया गया और उस पर इस्लामी झंडा लगा दिया गया। हाल ही में जब मंदिरों पर कब्जे की खबरें सामने आईं, तब इस मंदिर का भी पता चला। प्रशासन ने मामले की जांच की और मकान को खाली करने का आदेश दिया। इसके बाद हिंदू संगठनों के सदस्य सक्रिय हुए और मकान पर लगे हरे झंडे को हटा कर भगवा ध्वज लगा दिया.

राकेश सिंह ने किया दावा

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह घटना बरेली के किला थाना क्षेत्र के कटघर इलाके से जुड़ी है। यहाँ के निवासी राकेश सिंह का दावा है कि लगभग डेढ़ सौ साल पहले उनके पूर्वजों ने गंगा महारानी का एक मंदिर बनवाया था, जिसमें कई देवी-देवताओं की मूर्तियाँ स्थापित की गई थीं। बहुत जल्द यह मंदिर आसपास के हिंदू समुदाय के लिए आस्था का केंद्र बन गया और यहाँ नियमित पूजा होती थी।

किराए पर दे दिया कमरा

राकेश सिंह का कहना है कि लगभग 50 साल पहले इस मंदिर के एक कमरे को सहकारी समिति को किराए पर दे दिया गया था। इस समिति ने वाजिद अली को रख-रखाव और देखभाल के लिए चौकीदार के रूप में नियुक्त किया। आरोप है कि वाजिद अली ने धीरे-धीरे सहकारी समिति के कमरे और बाद में पूरे मंदिर पर कब्जा कर लिया। उसने यहाँ रखी मूर्तियों को गायब कर दिया और पूजा अर्चना भी बंद करवा दी।

हिंदू संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे

राकेश सिंह द्वारा इस मुद्दे को उठाने के बाद, हिंदू संगठन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। अब वहाँ वाजिद अली के बेटे रहते हैं। हिंदू कार्यकर्ताओं ने मकान पर लगे हरे झंडे को हटाकर भगवा ध्वज लगा दिया और छत पर खड़े होकर ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाए। इस मामले के दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण पुलिस और प्रशासन तुरंत सक्रिय हो गए और वहाँ सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए। इसके बाद, राकेश सिंह और वाजिद अली के बेटों के बयान दर्ज किए गए।

अवैध तरीके से मकान पर किया था कब्जा

प्रशासन की जांच में यह पाया गया कि वाजिद अली और उसके बेटे अवैध तरीके से मकान में काबिज थे और सहकारी समिति के सदस्य नहीं थे। इसी आधार पर प्रशासन ने उन्हें मकान खाली करने का आदेश दिया और नोटिस भी चस्पा कर दी। एसडीएम गोविंद मौर्य के मुताबिक, मुस्लिम पक्ष ने अपनी मर्जी से मकान को खाली कर दिया है। फिलहाल मकान को सील कर दिया गया है और राकेश सिंह के दावों की जांच जारी है। राकेश सिंह ने उम्मीद जताई है कि वाजिद अली द्वारा कब्जाए गए उनके मंदिर में फिर से पूजा-अर्चना शुरू हो सकेगी।

Read Also: मुस्लिम लड़कियों ने हिंदू लड़कों के साथ किया ये काम, मौलाना को नहीं हुआ बर्दाश्त, उतरवाया हिजाब और करने लगा खूब…

Advertisement