मंदिर के पुजारी ने किया ऐसा काम… पढ़कर उड़ जाएंगे होश, ऐसी क्या नौबत आई जो करना पड़ा ऐसा

वाराणसी के गायघाट कोतवाली थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है, जिससे पूरा जिला सहम गया है. देवी काली में अगाध आस्था रखने वाले पुजारी ने दर्शन न मिलने से आहत होकर अपनी गर्दन काट ली। बता दें कि इसके बाद पुजारी को लहूलुहान देखकर परिजन उन्हें आनन-फानन में बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

Advertisement
मंदिर के पुजारी ने किया ऐसा काम… पढ़कर उड़ जाएंगे होश, ऐसी क्या नौबत आई जो करना पड़ा ऐसा
  • December 11, 2024 5:08 pm Asia/KolkataIST, Updated 18 hours ago

लखनऊ: वाराणसी के गायघाट कोतवाली थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी है, जिससे पूरा जिला सहम गया है. देवी काली में अगाध आस्था रखने वाले पुजारी ने दर्शन न मिलने से आहत होकर अपनी गर्दन काट ली। बता दें कि इसके बाद पुजारी को लहूलुहान देखकर परिजन उन्हें आनन-फानन में बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वहीं शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. अब जिले के लोगों में इस बात की चर्चा है कि जो व्यक्ति नियमित रूप से मां भगवती में इतनी आस्था रखता हो वह इतना बड़ा कदम कैसे उठा सकता है.

 

दर्दनाक घटना सामने आई

 

एसीपी कोतवाली डॉ. इशांत सोनी से मिली जानकारी के मुताबिक, कोतवाली थाना क्षेत्र के गायघाट इलाके से एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जिसमें 40 वर्षीय अमित शर्मा जो कि पुजारी का काम करता था. अनुष्ठान के अनुसार पूजा. क र ते हैं। उसने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. परिजनों ने पूछताछ में बताया कि पिछले 24 घंटे से वह एक कमरे में बंद था और प्रार्थना कर रहा था.

उसे विश्वास था कि अब उसे देवी-देवताओं के दर्शन होंगे, लेकिन दर्शन न मिलने से आहत होकर उसने अपना गला काट लिया। जैसे ही परिजनों ने उन्हें लहूलुहान हालत में देखा तो तुरंत पुजारी को बीएचयू के ट्रॉमा सेंटर ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

 

कार्रवाई की जा रही

 

इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है. वाराणसी धर्म की नगरी है, जहां लोग अपनी आस्था के अनुसार देवी-देवताओं की पूजा करते हैं। अच्छे रास्ते पर चलने के लिए लोग सभी परेशानियों और बाधाओं से राहत पाने के लिए भगवान की शरण लेते हैं, लेकिन गायघाट की इस घटना के बाद लोगों के बीच यह चर्चा है कि विज्ञान, आधुनिकता और सामाजिक जागरूकता के दौर में लोग इस तरह के कदम उठा रहे हैं, यह बेहद चिंताजनक है. मिली जानकारी के मुताबिक पुजारी अमित शर्मा न केवल विधि-विधान से देवी-देवताओं की पूजा-अर्चना करते थे. दरअसल, लोगों को जिले के प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थलों का भ्रमण भी कराया गया.

 

ये भी पढ़ें: कांग्रेस की हुई थू-थू, नाटक करने में है माहिर, बीजेपी सांसद ने खोली पोल!

Advertisement