उत्तर प्रदेश सरकार ने बिजली उपभोक्ताओं के पुराने बकाए बिलों को कम करने के लिए एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) की शुरुआत की है। ओटीएस के तहत 30 सितंबर, 2024 तक के बकाए बिलों पर सरचार्ज में छूट दी जाएगी। जिन उपभोक्ताओं का मूल बकाया 5,000 या उससे कम है, उन्हें एकमुश्त भुगतान करने पर सरचार्ज में 100% छूट मिलेगी।
संभल की एसडीएम वंदना मिश्रा ने कहा कि हम बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चला रहे थे और जगह-जगह चेकिंग कर रहे थे, इसलिए हम यहां भी पहुंचे. यहां, लेकिन एक मंदिर दिख रहा था.
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में श्रमिकों को मिल रहे सम्मान का उदाहरण देते हुए कहा, "आपने देखा होगा कि 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण में लगे श्रमिकों पर फूल बरसाकर उनका सम्मान किया।
यूपी के सहारनपुर में बुर्का पहने दो मुस्लिम लड़कियों के एक हिंदू लड़के के साथ होने के शक पर मुस्लिमों का गुस्सा फूट पड़ा. दोनों लड़कियां बुर्का उतारते नजर आईं और उनका वीडियो भी बनाया गया. इसको लेकर भारी बवाल हो गया है.
विजय के चचेरे भाई प्रदीप कुमार बिष्ट ने बताया कि हुंडई शोरूम के मालिक और विजय के बीच 20 लाख रुपए का लेन-देन था। विजय पैसे दे रहा था। घटना वाले दिन उसकी पत्नी अपने जेवर गिरवी रखकर पैसे लेने गई थी।
संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा के बाद योगी सरकार ने कानून व्यवस्था को लेकर बेहद सख्त रुख अपनाया है। इस बीच यहां मुस्लिम बहुल इलाके में एक मंदिर को कब्जे में पाया गया है। इस मंदिर पर 46 साल से कब्जा था।
संभल के जामा मस्जिद इलाके में प्रशासन ने अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। इस दौरान कई घरों में बिजली चोरी भी पकड़ी गई। टीम को कई जगहों पर विरोध का भी सामना करना पड़ा।
बिहार के मधुबनी जिले में एक प्राइवेट स्कूल के शिक्षक ने आत्महत्या कर ली है। मृतक की पहचान सीतामढ़ी जिले के निवासी अमन कुमार के रूप में हुई है। शुक्रवार की रात जब स्कूल के बच्चे खाना खाने की तैयारी कर रहे थे, तो अमन कुमार खाने के लिए नहीं पहुंचे।
प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ के लिए स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महाकुंभ में स्थापित टेली-आईसीयू के जरिए मरीजों की निगरानी और इलाज में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान (SGPGI) के विशेषज्ञ मदद करेंगे।
प्रयागराज और काशी के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों को और गहराई से दिखाने के लिए काशी के कारीगरों ने महाकुंभ 2025 के लिए एक विशेष गमछा तैयार किया है। यह गमछा काशी के पारंपरिक कारीगरों की महीनों की मेहनत और रिसर्च का परिणाम है। इसकी डिजाइन सौम्या यदुवंशी ने तैयार की है, जिसमें समुद्र मंथन और महाकुंभ की पूरी गाथा को दर्शाया गया है।