प्रयागराज/लखनऊ। यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में 29 जनवरी की देर रात हुई भगदड़ को लेकर जांच शुरू हो गई है। इस बीच पुलिस को शक है कि भगदड़ के पीछे कोई बड़ी साजिश हो सकती है। जिसके बाद अब जांच संभावित साजिश की तरफ मुड़ गई है। बताया जा रहा है कि कई ऐसे गैर-हिंदू लोग हैं जो घटना के दौरान प्रयागराज में मौजूद थे। ये लोग CAA-NRC प्रदर्शन में भी शामिल रहे थे।
जांच में ऐसे कई गैर हिंदू मिले हैं, जिनके सोशल मीडिया अकाउंट के द्वारा महाकुंभ को लेकर नकारात्मक टिप्पणी की गई थी। इन लोगों के द्वारा महाकुंभ को गूगल और यूट्यूब पर काफी ज्यादा सर्च किया गया था। फिलहाल ATS और STF इन लोगों की भूमिका की जांच कर रही है। इसके साथ ही यूपी की 18 जेलों में कैद पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सदस्यों से भी पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक यूपी के करीब एक लाख लोग, जिनमें CAA, NRC के प्रदर्शनकारी और क्रिमिनल हिस्ट्री वाले लोग शामिल हैं उनका वेरिफिकेशन कराया गया था। इन लोगों को मैसेज दिया गया था कि महाकुंभ के दौरान वो प्रयागराज की ओर मूवमेंट ना करें। लेकिन इसके बाद भी कई लोग महाकुंभ पहुंचे थे। जांच में पाया गया कि इनमें से कई गैर-हिंदू लोगों का मूवमेंट महाकुंभ में हुआ है।
यूपी के प्रयागराज में 29 जनवरी की देर रात हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई। घटना के 17 घंटे बाद राज्य सरकार ने इन मौतों की पुष्टि की। DIG महाकुंभ नगर मेला क्षेत्र वैभव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कुंभ में हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की जान गई है।डीआईजी ने बताया कि भगदड़ में 90 लोग घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।