उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद का सर्वे करने गई टीम पर रविवार सुबह दंगाइयों ने पथराव कर दिया. इस हिंसा में एसपी समेत कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गये. वहीं पुलिस ने दंगाइयों को रोकने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया. किसी भी तरह की हिंसक झड़प को रोकने के लिए संभल में पहले से ही भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद का सर्वे करने गई टीम पर रविवार सुबह दंगाइयों ने पथराव कर दिया. इस हिंसा में एसपी समेत कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गये. वहीं पुलिस ने दंगाइयों को रोकने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया. किसी भी तरह की हिंसक झड़प को रोकने के लिए संभल में पहले से ही भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। सीएम योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लिया है.
आपको बता दें कि अब डीजीपी को उपद्रवियों से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया गया है. इस घटना पर एसपी ने कहा है कि सभी उपद्रवियों पर एनएसए लगाया जाएगा. सीसीटीवी फुटेज से उनकी पहचान की जाएगी। पत्थरबाजों ने पुलिस बल को अपना निशाना बनाया है और इसके लिए उन्होंने गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया. वहीं ड्रोन की मदद से घटना की फोटोग्राफी की जा रही है. यह सर्वे कोर्ट के आदेश पर कराया जा रहा है। कुछ लोग सर्वे का विरोध कर रहे थे और अचानक पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया.
#WATCH | Uttar Pradesh: On stone pelting incident in Sambhal, SP Krishan Kumar says “…The stone pelters have tried to target the police personnel by putting their vehicles on fire. Action will be taken against the them under NSA. Videography has been done with drones and with… https://t.co/yD8TEHI9Wt pic.twitter.com/daSH2C6Lm7
— ANI (@ANI) November 24, 2024
आपको बता दें कि संभल शाही जामा मस्जिद को लेकर हिंदू पक्ष की ओर से याचिका दायर की गई है. जिसमें कहा गया है कि पहले यहां हरिहर मंदिर हुआ करता था, लेकिन साल 1529 में बाबर ने मंदिर को तोड़कर यहां मस्जिद बनवा दी। 19 नवंबर को इस याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सर्वे का आदेश दिया था और 29 नवंबर को रिपोर्ट सौंपने को कहा था.
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