मंदिर-मस्जिद मुद्दे पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर सपा नेता अमीक जाम्मी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोहन भागवत जब भी मुसलमानों पर बोलते हैं तो मुसलमानों को नुकसान होता है.
लखनऊ: मंदिर-मस्जिद मुद्दे पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर सपा नेता अमीक जाम्मी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बयान पर सवाल उठाते हुए कहा कि मोहन भागवत जब भी मुसलमानों पर बोलते हैं तो मुसलमानों को नुकसान होता है. शनिवार को मीडिया से बात करते हुए, सपा नेता अमीक जाम्मी ने कहा, “जब भी मोहन भागवत मुसलमानों के पक्ष में कुछ भी कहते हैं, तो इससे मुसलमानों को भारी नुकसान होता है। हम जो कह रहे हैं वह यह है कि मोहन भागवत के शिष्य अकेले नहीं हैं जो उनकी बात सुनते हैं।
उन्होंने कहा, ”अगर मोहन भागवत बात करना चाहते हैं तो पीएम मोदी को बुलाएं और एएसआई को जो वह कर रहे हैं उसे रुकवाएं. उत्तर प्रदेश में मस्जिदों की खुदाई की कहानियां हैं. मोहन भागवत बूढ़े हैं और शेर बूढ़ा हो गया है. उनके पंजों में ताकत नहीं बची है, मुझे लगता है कि बीजेपी के सामने आरएसएस की कोई हैसियत नहीं बची है. बीजेपी मोहन भागवत की बातों को गंभीरता से नहीं लेती. सपा नेता अमीक जामेई ने कहा, ”सीएम योगी ने कहा है कि संभल की इसी मस्जिद में कल्कि अवतार होने वाला है. आप वैज्ञानिक नहीं हैं, मामला अभी कोर्ट में है. न तो वो एएसआई हैं और न ही फैसला आया है.
उन्होंने पहले ही ऐलान कर दिया है कि वहां कल्कि अवतार होने वाला है. पहले वे संविधान के ख़िलाफ़ बात करते हैं और फिर उनके बड़े नेता उस पर लीपापोती करते हैं. आपको बता दें कि मोहन भागवत ने कहा है कि कुछ लोग हिंदुओं के नेता बनने की कोशिश कर रहे हैं, इसी मंशा से मंदिर-मस्जिद जैसे विवादों को हवा दी जा रही है. मोहन भागवत ने हिंदू नेताओं को सलाह देते हुए कहा था कि उन्हें राम मंदिर जैसे मुद्दे कहीं और नहीं उठाने चाहिए. अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद कुछ लोग ऐसे मुद्दे उठाकर खुद को हिंदुओं का नेता साबित करने की कोशिश कर रहे हैं.
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