लखनऊ: प्रयागराज के महाकुंभ में बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर बनाए जाने को लेकर विवाद जारी है। इसी बीच किन्नर अखाड़े से निष्कासित किए जाने की खबरों के बीच लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि न तो वह खुद को अखाड़े से बाहर मानती हैं और न ही ममता कुलकर्णी को निष्कासित किया गया है।
बसंत पंचमी के अवसर पर आयोजित तीसरे अमृत स्नान के दौरान लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने कहा कि उनकी तबीयत खराब होने के कारण वे इस धार्मिक अनुष्ठान में शामिल नहीं हो सकीं। साथ ही, उन्होंने इस बात को भी खारिज किया कि ममता कुलकर्णी को अखाड़े से निकाला गया है। इसके साथ ही लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाने के लिए 10 करोड़ रुपये लेने के दावे को पूरी तरह से गलत बताया। उन्होंने कहा, “ये सिर्फ अफवाहें हैं। सत्य सनातन धर्म से जुड़ने के बाद किसी पर इस तरह के निराधार आरोप लगाना ठीक नहीं है।”
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े को कोई धनराशि नहीं दी है और उनके सभी बैंक खाते फ्रीज हैं। उन्होंने कहा कि मीडिया को सच्चाई पता है और किसी को भी गुमराह नहीं होना चाहिए। लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने सभी श्रद्धालुओं से महाकुंभ में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने कहा, “आज बसंत पंचमी का पावन पर्व है, सरस्वती पूजा और ब्रज में होली पूजा की शुरुआत हो चुकी है। कुंभ का वातावरण सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ है। मैं सभी लोगों से अनुरोध करती हूं कि वे इस दिव्य आयोजन का हिस्सा बनें।”
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