उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सात सीटें जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है. बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में मिली हार की भरपाई कर ली है. यूपी उपचुनाव में जीत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ अब 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी संगठन और सरकार दोनों में फेरबदल की चर्चा तेज हो गई है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में सात सीटें जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है. बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में मिली हार की भरपाई कर ली है. यूपी उपचुनाव में जीत के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ अब 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं.
2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी संगठन और सरकार दोनों में फेरबदल की चर्चा तेज हो गई है. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि 2027 का विधानसभा चुनाव जीतने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद कमान संभाल सकते हैं. ऐसे में सरकार की ओर से कुछ मंत्रियों को संगठन में जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. संगठन के कुछ लोगों को सरकार में शामिल किया जा सकता है. उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल में 60 सदस्य शामिल हो सकते हैं. फिलहाल कैबिनेट में 54 मंत्री हैं. जिसमें 21 कैबिनेट, 14 स्वतंत्र राज्य प्रभारी और 19 राज्य मंत्री शामिल हैं.
उत्तर प्रदेश में साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते योगी कैबिनेट में बड़े फेरबदल की संभावना है. दरअसल, सीएम योगी कैबिनेट के दो मंत्री जितिन प्रसाद और अनूप प्रधान सांसद बनने के बाद खाली चल रहे हैं. ऐसे में उन दो खाली सीटों पर नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है. कई और मंत्री भी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं. इसके साथ ही यह भी चर्चा जोरों पर है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई मंत्रियों की कार्यशैली से नाखुश हैं.
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