Uttar Pradesh: यहां ग्रामीणों ने किया चुनाव का बहिष्कार, कहा-रोड नहीं तो वोट नहीं

लखनऊ: गांव को शहर से जोड़ने वाली महज 3 किमी सड़क न बनने से नाराज महोबा जिले के सीगौन गांव के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार कर दिया. ग्रामीणों ने दोपहर 2 बजे तक मतदान नहीं किया. इस बात की जानकारी मिलने पर एडीएम, सीडीओ और एडिशनल एसपी ने मौके पर गांव पहुंचे और ग्रामीणों को […]

Advertisement
Uttar Pradesh: यहां ग्रामीणों ने किया चुनाव का बहिष्कार, कहा-रोड नहीं तो वोट नहीं

Deonandan Mandal

  • May 20, 2024 6:57 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 months ago

लखनऊ: गांव को शहर से जोड़ने वाली महज 3 किमी सड़क न बनने से नाराज महोबा जिले के सीगौन गांव के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार कर दिया. ग्रामीणों ने दोपहर 2 बजे तक मतदान नहीं किया. इस बात की जानकारी मिलने पर एडीएम, सीडीओ और एडिशनल एसपी ने मौके पर गांव पहुंचे और ग्रामीणों को मतदान के लिए मानने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने कहा कि रोड नहीं तो वोट नहीं, इस दौराना ग्रामीण रोड नहीं तो वोट नहीं के नारा लगाते हुए मतदान बहिष्कार पर अड़े रहे.

वहीं अधिकारियों ने सरकारी संस्थाओं में संबद्ध 8 मत डलवाने का दावा किया है. वहीं ग्रामीणों ने मतदान न करने का सामूहिक फैसला किया है. ग्रामीणों ने सार्वजनिक रूप से कहा कि जो व्यक्ति मतदान करेगा पूरा गांव उस व्यक्ति का बहिष्कार कर देगा. वहीं ग्रामीणों द्वारा बहिष्कार के बाद अधिकारी बेबस नजर आ रहे है.

रोड को लेकर चुनाव का बहिष्कार

यह मामला उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के सीगौन गांव का है. यह गांव मुख्य रूप से मध्य प्रदेश की सीमा से जुड़ा हुआ है, जबकि महोबा मुख्यालय 60 किमी दूर है. यह गांव मध्य प्रदेश का नौगांव कस्बा सिर्फ तीन किमी की दूरी पर है, लेकिन रास्ता न होने की वजह से ग्रामीणों को नौगांव जाने के लिए 20 किलोमीटर का लम्बा सफर करना पड़ता है.

ग्रामीणों ने कई बार जिले अधिकारियों से तीन किमी के रास्ते को पक्का बनाने की बात कही, लेकिन वन क्षेत्र होने की वजह से यह मार्ग नहीं बन सका. यही कारण है कि ग्रामीणों ने गांव के बाहर रोड नहीं तो वोट नहीं का बैनर टांगकर मतदान का विरोध किया है.

यह भी पढ़ें-

आजादी के बाद कांग्रेस खत्म कर दी जाती तो आज देश 5 दशक आगे होता… मुंबई में बोले पीएम मोदी

Advertisement