लखनऊ: लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा तरह-तरह के अभियान चलाए जा रहे है. जिससे लोकतंत्र के महापर्व में अधिक से अधिक वोटरों को मताधिकार का प्रयोग करने के लिए आगे ले जाया जा सके, लेकिन यह अभियान जमीनी स्तर तक सफल नहीं हो पाया है, जिसका अंदाजा तस्वीरों से लगाया जा […]
लखनऊ: लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रशासन द्वारा तरह-तरह के अभियान चलाए जा रहे है. जिससे लोकतंत्र के महापर्व में अधिक से अधिक वोटरों को मताधिकार का प्रयोग करने के लिए आगे ले जाया जा सके, लेकिन यह अभियान जमीनी स्तर तक सफल नहीं हो पाया है, जिसका अंदाजा तस्वीरों से लगाया जा सकता है. जहां एक तरफ प्रशासन द्वारा अधिक से अधिक मतदान करने के दावे किए जा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ जमीनी स्तर पर ग्रामीण अब मताधिकार का प्रयोग न करने के भी दावे कर रहे है.
दरअसल यह मामला उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के रामपुर बकटरा गांव का है, जहां लोकसभा चुनाव से पहले ही ग्रामीणों द्वारा चुनाव बहिष्कार का मन बना लिया है, लोकसभा हाथरस में 7 अप्रैल को मतदान होने हैं उससे पहले ही रामपुर बकटरा गांव के ग्रामीणों द्वारा विरोध प्रदर्शन शुरू है.
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में 22 साल से विकास कार्य नहीं हुआ है, यही कारण है कि ग्रामीण आक्रोशित है. रामपुर बकटरा गांव में बारिश के समय में जलभराव की समस्या पैदा होती है. लंबे समय से विकास कार्य नहीं हुआ तो फिर वोट देने से क्या फायदा, ग्रामीणों द्वारा मताधिकार का प्रयोग न करते हुए चुनाव बहिष्कार का ऐलान कर दिया है. इसके लिए ग्रामीणों ने जगह-जगह पर पोस्टर भी लगा दिए है.
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