लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हापुड़ में लोगों की मेहनत से एक बार फिर से नीम नदी बहने लगी है. बताया जा रहा है कि ये नदी हापुड़ से अलीगढ़ तक बहती है. वहीं पीएम मोदी ने भी मन की बात के 102वें एपिसोड में नीम नदी को पुनर्जीवित किए जाने की बात कही थी। मन […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हापुड़ में लोगों की मेहनत से एक बार फिर से नीम नदी बहने लगी है. बताया जा रहा है कि ये नदी हापुड़ से अलीगढ़ तक बहती है. वहीं पीएम मोदी ने भी मन की बात के 102वें एपिसोड में नीम नदी को पुनर्जीवित किए जाने की बात कही थी।
मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने नीम नदी के बारे में जिक्र करते हुए कहा था कि उत्तर प्रदेश के हापुड़ में लोगों ने मिलकर नीम नदी को फिर से पुनर्जीवित किया है. यहां काफी समय पहले ‘नीम’ नाम की एक नदी विलुप्त हो गई थी, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे हमेशा याद करता था. अब हापुड़ के लोगों ने नीम नदी को फिर से पुनर्जीवित किया है।
बताया जा रहा है कि नीम नदी उत्तर प्रदेश के 3 जिलों से होकर गुजरती है. इस नदी का आविर्भाव हापुड़ के दत्तियाना गांव से हुआ है. बताया जाता है कि ऋषि दत्तात्रेय नाम पर ही इस गांव का नाम दत्तियाना पड़ा है. यह नदी हापुड़ के 14 गावों से होकर गुजरते हुए बुलंदशहर में प्रवेश करती है।
ये नदी काली नदी में मिलने के बाद गंगा में जाकर विलय हो जाती है. बताया जा रहा है कि इस नदी में जीरो प्रतिशत प्रदूषण है और काली नदी की सहायता से इस नदी में प्रदूषण की मात्रा जीरो रहती है. नीम नदी हापुड़ के दतियाना गांव में आविर्भाव है और ये नदी यहां से सैना, बंगाली, मुरादपुर, हाजीपुर, दरियापुर, हिम्मतपुर, राजपुर, सिखैड़ा, नया बांस और खुराना गांव तक पहुंचती है. खुराना गांव के बाद बुलंदशहर की सीमा में प्रवेश करती है।