लखनऊ: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के दशाश्वमेघ थाना क्षेत्र के मुंशी घाट इलाके में एक ही घर में तीन लोगों की लाश मिली है. स्थानीय लोगों द्वारा सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों शवों को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए जिला हॉस्पिटल भेज दिया गया। वहीं पुलिस […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के दशाश्वमेघ थाना क्षेत्र के मुंशी घाट इलाके में एक ही घर में तीन लोगों की लाश मिली है. स्थानीय लोगों द्वारा सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों शवों को कब्जे में लेने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए जिला हॉस्पिटल भेज दिया गया। वहीं पुलिस जांच कर रही है।
पुलिस के मुताबिक मृतकों की पहचान दशाश्वमेघ घाट के बगल की गली में चाय बेचने वाले 70 वर्षीय जनार्दन तिवारी, 20 वर्षीय उनका बेटा अंजनी और 8 वर्षीय भांजा के रूप में हुई है. इस घटना के बारे में पता तब चला जब जनार्दन का छोटा बेटा सुबह करीब दस बजे घर पहुंचा और बंद गेट की कुंडी बार-बार खटखटाया लेकिन इसके बावजूद भी अंदर से कोई आवाज नहीं आई. अंत में उसने पड़ोसियों के साथ खिड़की के रास्ते से घर के अंदर घुसा, जहां तीनों मृत अवस्था में मिले।
वहीं इस मामले में पुलिस ने डॉग स्क्वॉयड के साथ फोरेंसिक टीम द्वारा हर एंगल से जांच करवाई है. इस संबंध में काशी थाने के डीसीपी आरएस गौतम ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पहली नजर में ऐसा लग रहा है कि जहर पदार्थ खाने की वजह से तीनों की मौत हुई है, लेकिन पोस्टमार्टम से ही स्पष्ट हो पाएगा कि विषाक्त पदार्थ खाने की वजह से मौत हुई है या अन्य वजहों से।
रिपोर्ट के अनुसार जनार्दन गाजीपुर का रहने वाला था और वह अपने बेटों के साथ मुंशी घाट स्थित एक किराए के मकान में रह रहे थे. बताया जा रहा है कि परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने की वजह से अक्सर घर में मारपीट होती रहती थी।
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