लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर में आयोजित भागवत कथा में एक बच्चे की मौत हो गई. इस भागवत कथा में चल रही राक्षस और मां काली के नाटक में एक 11 वर्षीय बालक मां कालिकी भूमिका निभा रहा था, जबकि 14 साल के बालक ने राक्षस की भूमिका निभाई थी, लेकिन खेल-खेल में राक्षस बने […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर में आयोजित भागवत कथा में एक बच्चे की मौत हो गई. इस भागवत कथा में चल रही राक्षस और मां काली के नाटक में एक 11 वर्षीय बालक मां कालिकी भूमिका निभा रहा था, जबकि 14 साल के बालक ने राक्षस की भूमिका निभाई थी, लेकिन खेल-खेल में राक्षस बने 14 वर्षीय बच्चे ने अपने हांथ में लिए धारदार हथियार से हमला कर दिया. हालांकि ये एक नाटक था, लेकिन खेल-खेल में दूसरे बच्चे के गले में हथियार लग गया और गर्दन काटने से उसकी मौके पर मौत हो गई. कुछ ही पलो में आध्यात्मिक कार्यक्रम मातम में बदल गया.
आपको बता दें कि कानपुर के बांभियापुर गांव में देर रात चल रही भागवत कथा में मातम पसर गया. यह कार्यक्रम क्षेत्र के लोगों ने आयोजन किया था. जिसमें क्षेत्र के ही बच्चे नाटक की भूमिका निभा रहे थे. इस कार्यक्रम दो बच्चे मां काली और राक्षस का रोल अदा कर रहे थे तभी राक्षस बने बच्चे ने अपने हांथ में लिए धारदार हथियार से मां काली बने बच्चे पर हमला किया, लेकिन ये हमला सही में तबदील हो गया, धारदार हथियार से जैसे बच्चे के गले में अटैक हुआ उसकी मौके पर मौत हो गई.
ये एक हादसा था, जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई है. वहीं इस संबंध में एडीसीपी विजंदर दुबे ने बताया कि नाटक कार्यक्रम में जिस बच्चे की मौत हुई है वो एक हादसा था. पोस्टमार्टम के लिए शव को भेज दिया गया है और इस बात की जांच की जा रही है कि कहीं इस मौत से किसी रंजिश या दुश्मनी की वजह से तो नही हुई है.
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