लखनऊ. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, यूपीपीएससी ने पीसीएस मेन्स 2018 परीक्षा तारीखों में बदलाव किए हैं. आयोग द्वारा जारी आधिकारिक अधिसूचना में परीक्षा पहले 17 जून 2019 को आयोजित होनी थी जिसकी तारीख अब बदल कर 21 जून 2019 कर दी गई है. इस बारे में अधिसूचना आयोग की आधिकारिक वेबसाइट uppsc.up.nic.in पर उपलब्ध है.
यूपीपीएससी पीसीएस प्रिलिम्स परीक्षा 2018 आयोग द्वारा 28 अक्टूबर 2018 को राज्य में आयोजित की गई थी. आयोग द्वारा जारी आधिकारिक बयान के मुताबिक, कुल 6,35,844 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था और इसमें से केवल 3,98,630 उम्मीदवार ही प्रिलिम्स परीक्षा के लिए उपस्थित हुए थे. बता दें कि यूपीपीएससी पीसीएस या संयुक्त राज्य इंजीनियरिंग सेवा मेन परीक्षा 2018 में 8 पेपर होंगे. इस परीक्षा का आयोजन एक हफ्ते के अंदर किया जाएगा. परीक्षा का कुल समय 3 घंटे होगा. ये दो शिफ्ट में आयोजति की जाएगी. पहली शिफ्ट सुबह 9.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक होगी. दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक होगी. परीक्षा पेन पेपर मोड में आयोजित की जाएगी. इसमें आसान और विस्तृत प्रश्न पूछे जाएंगे.
चयन प्रक्रिया में प्रिलिम्नरी परीक्षा, मेन परीक्षा और इंटरव्यू आयोजित की जानी है. उम्मीदवार जो प्रिलिम्नरी परीक्षा में पास हो गए हैं वो ही मेन परीक्षा में उपस्थित हो सकते हैं. ऐसे ही जो उम्मीदवार मेन परीक्षा को पास कर लेंगे उन्हें आगे इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा. इस परीक्षा से आयोग में 917 वैकेंसी पर भर्ती की जाएगी. इस भर्ती प्रक्रिया के जरिए श्रम प्रवर्तन अधिकारी, सहायक वन संरक्षक, सूचना अधिकारी, वरिष्ठ व्याख्याता, सहायक श्रम आयुक्त और अन्य कई पदों पर भर्ती की जाएगी. उम्मीदवार अधिक जानकारी के लिए यूपीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट uppsc.up.nic.in पर जांच कर सकते हैं.
बता दें कि यूपीपीएससी ने एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के पेपर लीक मामले में परीक्षा नियंत्रक अंजूलता कटियार की गिरफ्तारी के दूसरे दिन ये फैसला लिया है कि परीक्षा स्थगित की जाए. इसी के साथ जुलाई से दिसंबर के बीच प्रस्तावित आठ अन्य भर्ती परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया है. वहीं छात्रों ने आयोग के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन भी किया. अनियमितताओं की जानकारी मिलते ही प्रतियोगी छात्र-छात्राएं आक्रोशित हो गए. छात्रों ने पथराव किया और पुलिस ने मामला शांत करवाने की कोशिश की. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर राज्य सरकार पर कमीशनखोरों को संरक्षण देने का आरोप लगाया. उन्होंने ट्वीट किया है कि यूपीपीएससी ने पेपर छापने का ठेका एक डिफॉल्टर को दिया. आयोग के कुछ अधिकारियों ने डिफॉल्टर के साथ सांठ-गांठ करके पूरी परीक्षा को कमीशन-घूसखोरी की भेंट चढ़ा दिया. सरकार की नाक के नीचे युवा ठगा जा रहा है, लेकिन यूपी सरकार डिफॉल्टर और कमीशनखोरों का हित देखने में मस्त है.
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फ़र्ज़ी ख़बर, आयोग की वेबसाइट पर ऐसी कोई सूचना नहीं है।