गोरखपुर/लखनऊ। गोरखपुर के फरार माफिया विनोद उपाध्याय पर पुलिस-प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है. आज गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने माफिया के मोगलगा में स्थित आलीशान आशियाने को ध्वस्त कर दिया. बिना नक्शा पास कराए इस निर्माण पर आज बुलडोजर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई. जीडीए के एक अधिकारी ने बताया कि माफिया को अवैध […]
गोरखपुर/लखनऊ। गोरखपुर के फरार माफिया विनोद उपाध्याय पर पुलिस-प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है. आज गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने माफिया के मोगलगा में स्थित आलीशान आशियाने को ध्वस्त कर दिया. बिना नक्शा पास कराए इस निर्माण पर आज बुलडोजर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हुई. जीडीए के एक अधिकारी ने बताया कि माफिया को अवैध निर्माण को लेकर नोटिस भेजा गया था, लेकिन समय पर जवाब नहीं मिलने पर आज ये कार्रवाई हुई है.
इससे पहले 27 अप्रैल को जीडीए की टीम ने मौके पर पहुंचकर माफिया विनोद उपाध्याय के मकान की जांच की थी. गोरखपुर विकास प्राधिकरण को शिकायत मिली थी कि माफिया ने 500 वर्ग मीटर में बिना मानचित्र स्वीकृत कराए ही अवैध निर्माण करा लिया था. जब जीडीए की टीम ने मकान में रह रहे लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने कुछ नहीं बताया. इसके बाद अधिकारियों ने वाद दायर कर माफिया को 12 मई तक कार्यालय में प्रस्तुत होकर अपना पक्ष रखने के लिए कहा. लेकिन माफिया विनोद उपाध्याय प्रस्तुत नहीं हुआ.
गोरखपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने जब अवैध तरीके से बने माफिया विनोद उपाध्याय के मकान का मूल्यांकन किया तब पता चला कि इसके निर्माण में 5 करोड़ रुपये की लागत आई थी. जानकारी के मुताबिक, जीडीए की टीम सलेमपुर मोगलहा के साथ ही शाहपुर व गोरखनाथ के धर्मशाला बाजार में स्थित माफिया के ठिकानों को चिन्हित किया है. नगर निगम और जेडीए की टीम इसके बारे में जानकारी जुटा रही है. बताया जा रहा है कि जल्द ही माफिया के कई और अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलेगा.