बरेली : यह घटना उत्तर प्रदेश के बरेली की है. जहां बरेली के एक निजी स्कूल में सुबह की प्रार्थना करवाते समय शिक्षक को हार्टअटैक आ गया. जब इलाज के लिए ले जाया गया तो मेडिकल कॉलेज में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनके निधन के बाद कस्बे के कई स्कूलों में शोकावकाश घोषित […]
बरेली : यह घटना उत्तर प्रदेश के बरेली की है. जहां बरेली के एक निजी स्कूल में सुबह की प्रार्थना करवाते समय शिक्षक को हार्टअटैक आ गया. जब इलाज के लिए ले जाया गया तो मेडिकल कॉलेज में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनके निधन के बाद कस्बे के कई स्कूलों में शोकावकाश घोषित कर दिया गया था।
दरअसल ये मामला कस्बा के मोहल्ला सुभाष नगर में जेके एकेडमी स्कूल का है. यहीं के गोविंद देवल अध्यापन कार्य करवाते थे. शनिवार सुबह करीब नौ बजे गोविंद ने बच्चों को प्रार्थना के लिए एकत्र किया। प्रार्थना शुरू होने पर अचानक गोविंद देवल की तबीयत बिगड़ने लगी और उनको बेचैनी होने लगी। यह देखकर स्कूल के शिक्षक व कर्मचारी भी घबरा गए और उन्हें ये तत्काल पड़ोस के ही निजी चिकित्सक के यहां ले गए। वहां बीपी चेक किया गया तो शिक्षक का शरीर ठंडा पड़ चुका था। डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि इनकी मौत हो चुकी है.
स्कूल में हुई इस घटना ने सभी को चौंका दिया है। इसकी जानकारी मिलते ही पूरे परिवार में मातम छा गया है। प्रार्थना पूरी होने ही वाली थी कि उनकी तबीयत बिगड़ने शुरू हो गई थी जिसके बाद उनको तुरंत अस्पताल ले जाय गया. डॉक्टरों की उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है. ADSI के आंकड़ों पर नज़र डालें तो पिछली एक दहाई में सिर्फ़ भारत में ही हार्ट अटैक से 2.40 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसका मलतब भारत में हार्ट अटैक से हर साल औसतन 28 हज़ार लोगों की मौत हो रही है। इन आंकड़ों में सुधार आने के बजाये, हर साल बढ़ोतरी हो रही है।
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