गाजियाबाद। दिल्ली मेरठ रैपिड रेल परियोजना के निर्माण के दौरान एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, हालांकि हादसा टल गया। जानकारी के अनुसार रैपिड ट्रेन निर्माण में लापरवाही की खबर सामने आई।है। उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप के पीएसओ सुशील की कार के बोनट पर सरिया गिर गया। गनीमत रही कि कोई […]
गाजियाबाद। दिल्ली मेरठ रैपिड रेल परियोजना के निर्माण के दौरान एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, हालांकि हादसा टल गया। जानकारी के अनुसार रैपिड ट्रेन निर्माण में लापरवाही की खबर सामने आई।है। उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप के पीएसओ सुशील की कार के बोनट पर सरिया गिर गया। गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ।
बता दें कि शनिवार को मेरठ रोड पर करीब 40 फीट की ऊंचाई से बैरिकेड्स का एक टुकड़ा गिर गया। बेरिकेड्स नीचे से गुजरते हुए राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार नरेंद्र कश्यप के सुरक्षा सेवा अधिकारी (पीएसओ) सुशील की कार पर गिर गया। करीब 20 किलो वजनी सरिया कार का बोनट फाड़कर अंदर गिर गई। एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, लेकिन 11 दिन में दूसरी बार इस तरह की लापरवाही से रैपिड ट्रेन के निर्माण में सतर्कता पर सवाल उठ रहे हैं।
गौरतलब है कि मई के पहले पखवाड़े में भी दिल्ली और मेरठ के बीच रैपिड रेल प्रोजेक्ट के निर्माण के दौरान हादसा हुआ था। मोदीनगर के पास क्रेन की तार टूटने से भारी वजन का सीमेंट वाला खंड अचानक सड़क पर गिर गया। आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के इलाके के लोगों को जमीन में झटके महसूस हुए, जबकि एक गाड़ी सवार बाल-बाल बच गया। वहीं, मौके पर पहुंची गाजियाबाद पुलिस की शख्स से बहस हो गई।
आपको बता दें कि दिल्ली और मेरठ के बीच रैपिड रेल का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। तमाम सुरक्षा उपायों के बावजूद क्रेन के सहारे सीमेंट का एक भारी हिस्सा अचानक नीचे गिर गया। गनीमत रही उस समय कोई मौजूद नहीं था। दोबारा कोई ऐसा हादसा ना हो उसको लेकर प्रशासन ने निर्माण वाली जगह का जायजा लिया है।
बता दें कि बुलेट ट्रेन से पहले रेपिड परियाजना का कार्य हो खत्म हो जाएगा। यानि की रेपिड ट्रेन हमें बुलेट ट्रेन से पहले चलते हुए दिखाई देगी।