लखनऊ: प्रदेश की राजनीति में सियासी हलचल तेज है। हलचल की वजह लोकसभा चुनाव 2024 है। लोकसभा के लिए हो रही दौड़ में सुभासपा अध्यक्ष सपा से चलकर भाजपा की ओर बढ़ गए है। उनके यह कदम मंगलवार देर रात बढ़े, जब वह सीएम योगी से मिलने पहुंचे। वहीं राजनीतिक जानकार इसे यूपी की राजनीति […]
लखनऊ: प्रदेश की राजनीति में सियासी हलचल तेज है। हलचल की वजह लोकसभा चुनाव 2024 है। लोकसभा के लिए हो रही दौड़ में सुभासपा अध्यक्ष सपा से चलकर भाजपा की ओर बढ़ गए है। उनके यह कदम मंगलवार देर रात बढ़े, जब वह सीएम योगी से मिलने पहुंचे। वहीं राजनीतिक जानकार इसे यूपी की राजनीति में आए नए बदलाव के तौर पर देख रहे हैं। राजभर के अनुसार, सीएम योगी ने राजभर जातियों को जनजातीय समुदाय में शामिल करने का प्रपोजल केंद्र को भेजने का भरोसा दिया है। इसके बाद ओमप्रकाश ने 50 साल से सरकारी जमीनों पर बसे हुए गरीबों न हटाने की मांग की। उन्होंने सीएम से कहा कि जिले के अधिकारी अब ऐसे सरकारी जमीनों पर नोटिस दे रहे हैं, जिस पर भूमिहीन पिछड़े समुदाय के लोग दशकों से बसे हुए हैं।
सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर मंगलवार देर रात सीएम योगी आदित्यनाथ से मिले । मुलाकात की बात खुद ओपी राजभर ने कही है। राजभर ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान मुख्यमंत्री की जमकर तारीफ की है। राजधानी लखनऊ में मीडिया वर्ता के दौरान ओपी राजभर ने कहा, “विमुक्त जातियों में ‘भर-राजभर’ छूटा हुआ है। जिसे लेकर मैं मुख्यमंत्री से मिला। मुख्यमंत्री ने मामले में तत्काल फाइल बनाकर केंद्र को भेजने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने ‘भर-राजभर’ जातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने को अपनी स्वीकृति दी है।”
सुभासपा प्रमुख ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान आगे कहा, “मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि मामले विधिवत प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाए। मुख्यमंत्री में जिस प्रकार गंभीरता दिखाई है, उसके लिए आभार प्रकट करता हूं। लालबाग चौराहे का नाम महाराज सुहलदेव के नाम पर करने की बात मुख्यमंत्री ने कही है।”
UP Politics: सीएम योगी से मिलें ओपी राजभर, प्रदेश में सियासी अटकलें तेज