लखनऊ। नीतीश कुमार ने बीते रविवार को बिहार में महागठबंधन को बड़ा झटका देते हुए एनडीए का दामन थाम लिया। नीतीश के इस फैसले से सबसे बड़ा झटका विपक्षी गठबंधन इंडिया को लगा है, क्योंकि नीतीश कुमार ही इस गठबंधन के सूत्रधार थे। इस बड़ी राजनीतिक घटना के बाद से लगातार विपक्षी दलों के नेताओं […]
लखनऊ। नीतीश कुमार ने बीते रविवार को बिहार में महागठबंधन को बड़ा झटका देते हुए एनडीए का दामन थाम लिया। नीतीश के इस फैसले से सबसे बड़ा झटका विपक्षी गठबंधन इंडिया को लगा है, क्योंकि नीतीश कुमार ही इस गठबंधन के सूत्रधार थे। इस बड़ी राजनीतिक घटना के बाद से लगातार विपक्षी दलों के नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही थीं। इसी बीच समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश सचिव आशुतोष सिंह को नीतीश कुमार और ओपी राजभर को ‘पलटूराम’ कहना भारी पड़ गया।
समाजवादी पार्टी ने पूर्व प्रदेश सचिव आशुतोष सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण निष्कासित कर दिया है। बता दें कि उन्होंने समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर होर्डिंग लगाया था। पोस्टर में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर को ‘पलटूराम’ बताया गया था। सपा के कार्यालय प्रभारी अरविन्द कुमार सिंह ने संतकबीरनगर के रहने वाले आशुतोष सिंह को अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निष्कासित कर दिया।
आशुतोष सिंह द्वारा लगाए गए इस पोस्टर में नीतीश कुमार को ‘पलटूराम’ बताया गया है तो वहीं उत्तर प्रदेश की सियासत से जुड़े ओम प्रकाश राजभर से भी सावधान रहने की सलाह दी गई। दोनों पोस्टर लखनऊ में समाजवादी पार्टी दफ्तर के बाहर नीतीश कुमार और ओपी राजभर के खिलाफ लगाए गए थे। इस पोस्टर पर लिखा गया था कि ‘राजनीति के दो पलटूराम, जनता रहे इनसे सावधान’, साथ ही पोस्टर में इस लाइन के साथ एक ओर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दूसरी ओर सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर की फोटो लगी है।