विवेक तिवारी केस: CM योगी आदित्यनाथ बोले- एनकाउंटर नहीं हुआ, जरूरत पड़ी तो कराएंगे CBI जांच

UP Police Lucknow Apple Manager Vivek Tiwari Fake Encounter: यूपी के लखनऊ में शुक्रवार देर रात एप्पल कंपनी के सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को पुलिस ने गोली मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई. इस घटना में शामिल दो पुलिसकर्मियों पर आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फिलहाल मामले में सीबीआई जांच की जरूरत नहीं है.

Advertisement
विवेक तिवारी केस: CM योगी आदित्यनाथ बोले- एनकाउंटर नहीं हुआ, जरूरत पड़ी तो कराएंगे CBI जांच

Aanchal Pandey

  • September 29, 2018 2:35 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

लखनऊ:  उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एप्पल कर्मचारी की पुलिस द्वारा हत्या किए जाने के मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुप्पी तोड़ी. शनिवार को योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह घटना एनकाउंटर नहीं है. इस मामले की जांच कराई जाएगी और जरूरत पड़ी तो सीबीआई को यह मामला सौंपा जाएगा. लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा, एसपी क्राइम की अगुआई में एसआईटी का गठन किया गया है. मैं खुद जिलाधिकारी से भी मजिस्ट्रेट जांच करने का अनुरोध करूंगा. इस मामले में दो पुलिसकर्मियों पर आईपीसी की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस मामले पर मृतक विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी ने कहा कि गोली मारकर हत्या करने के बाद लखनऊ पुलिस पति को चरित्रहीन साबित करने में लगी है.

कल्पना ने सवाल उठाया कि गाड़ी न रोकने पर गोली चलाने का अधिकार पुलिस को किसने दिया. उन्होंने योगी सरकार से न्याय की मांग की है. कल्पना ने बताया कि पति यह कहकर घर से निकले थे कि आज नए फोन की लॉचिंग है तो देर हो जाएगी. रात में डेढ़ बजे पति से बात भी हुई थी तो उन्होंने बताया कि सना को घर छोड़ने के बाद कुछ ही देर में आ रहे हैं.

कल्पना तिवारी के अनुसार, जब वह लोहिया अस्पताल पहुंचीं तो काफी देर तक पुलिस और डॉक्टर टालमटोल करते रहे. पति से मिलने भी नहीं दिया. गोली लगने की भी बात नहीं बताई. काफी देर बाद डॉक्टर से जबरदस्ती करने पर उन्होंने कहा कि एक्सीडेंट के कारण विवेक का काफी खून बह गया था, जिसके चलते उन्हें बचाया नहीं जा सका. उन्होंने बताया कि जब वह घटनास्थल पर पहुंची तो गाड़ी का हाल देख उन्हें पता लगा कि विवेक को गोली लगी थी. कल्पना तिवारी ने मुख्यमंत्री योगी से सवाल किया कि आखिर पुलिस वालों को गोली चलाने का अधिकार किसने दिया. विवेक ने गाड़ी न रोककर ऐसा कौन सा गुनाह कर दिया था.

इससे पूर्व मृतक के सहयोगी ने बताया कि पुलिस कांस्टेबल चेकिंग के दौरान विवेक तिवारी को रोकने में असफल रहा और फिर उनका पीछा कर गोली मार दी. घटना देर रात करीब 1.30 बजे हुई, जब तिवारी अपनी सहकर्मी सना खान के साथ आईफोन एक्स प्लस के लॉन्च के बाद घर जा रहे थे.

पुलिस के मुताबिक, जब गोमतीनगर एक्सटेंशन पर जांच के दौरान तिवारी को रुकने का संकेत किया गया, तो उन्होंने वहां से भागने की कोशिश की. एसएसपी ने कहा कि तिवारी भागने लगे और एक बाइक को टक्कर मार दी, जिस पर दो कांस्टेबल सवार थे, जिन्होंने फिर उनका पीछा किया और कांस्टेबल ने खुद को बचाने के लिए तिवारी को गोली मारी.

विवेक तिवारी एनकाउंटर केसः इकलौती चश्मदीद सना ने FIR में बताई घटना की पूरी कहानी

विवेक तिवारी एनकाउंटर केसः पत्नी बोलीं- पुलिस को गोली चलाने का कोई हक नहीं, CM योगी आदित्यनाथ मुझसे बात करें

Tags

Advertisement