यूपी के बरेली में एक शख्स ने पहले अपनी पत्नी को फोन पर तलाक दिया. जिसके बाद फिर से शादी करने की वजह से अपने पिता यानी पीड़िता के ससुर के साथ उसका हलाला करवाया गया. इसी दौरान पीड़िता गर्भवती हो गई और उसने एक बच्चे को जन्म दिया लेकिन अब पति उसे अपनाने के लिए तैयार नहीं है.
बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां पहले तो एक मुस्लिम शख्स ने अपनी पत्नी को फोन पर तीन तलाक दिया. हालांकि, उससे फिर निकाह करने की चाहत में अपने पति यानी अपनी पत्नी के ससुर से उसका हलाला करवाया गया.जिसके बाद पति ने फिर से महिला से शादी की. लेकिन इस सब के दौरान महिला गर्भवती हो गई और उसने एक बच्चे को जन्म दिया. अब उसके पति को शक है कि वह जन्मा बच्चा उसका नहीं बल्कि उसके पिता की संतान है. ऐसे में अब पति ने पत्नी को रखने के लिए इनकार कर दिया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक, 30 सिंतबर साल 2015 में महिला की शादी यूपी के संभल के रहने वाले एक शख्स से हुई थी. हालांकि शादी के कुछ दिनों में ही ससुराल पक्ष ने पीड़िता को दहेज को लेकर परेशान करना शुरू कर दिया. तंग आकर पीड़िता ने अपना ससुराल छोड़ दिया और मायके चली गई. इसी लड़ाई-झगड़े के दौरान महिला के पति ने फोन पर उसे तीन तलाक दे दिया. थोड़े समय बाद जब हालातों में सुधार आया तो पति ने महिला से दोबार शादी करने के लिए कहा. जिसके लिए महिला के ससुर से उसका फिर हलाला कराया गया.
हलाला के अगले दिन ससुर ने अपने बेटे की पत्नी को तलाक दे दिया. जिसके बाद इस्लामिक रिवाजों के अनुसार, महिला ने तीन महिना 10 दिन तक इद्दत पूरी की. इस्लाम के अनुसार, इद्दत के दौरान महिला किसी से भी संबंध नहीं बना सकती है. लेकिन उसके पति ने जबरन इद्दत के दौरान उसके साथ संबंध बनाएं. इद्दत का समय पूरा होने पर 5 अप्रैल साल 2017 को एक बार फिर से अपने पति से निकाह कर लिया. इसी दौरान महिला गर्भवती हुई और एक बच्चे को जन्म दिया. ऐसे में पति को शक था कि वह संतान उसकी नहीं बल्कि पिता की है.
पति ने अपनी पत्नी को बच्चा गिराने का दबाव भी बनाया था. बच्चा न गिराने पर उसके साथ मारपीट भी की गई. इतना ही नहीं महिला का आरोप है कि उसे भूखा-प्यासा घर में बंधंक बनाकर रखा गया. किसी तरह इस बात की सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने जब पति को पत्नी को वापस अपनाने के लिए कहा. हालांकि पति बिल्कुल भी तैयार नहीं है. उसने डीएनए टेस्ट करने की बात कही है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में लगी हुई है. केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी की बहन फरहत नकवी ने पीड़िता से मुलाकात कर उसे हर तरह से सहायता करने का आश्वासन दिया है.
पत्नी को ठीक से खाना बनाने या घर का काम करने के लिए कहना अत्याचार नहीं- बॉम्बे हाई कोर्ट