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बिजनौरः वैक्सिनेशन अभियान को सफल बनाने के लिए यूपी स्वास्थ्य विभाग का अनूठा प्रयोग, बच्चों का टीकाकरण नहीं तो राशन नहीं

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में स्वास्थ्य विभाग ने नोट जारी करते हुए कहा कि अगर कोई अपने बच्चे का वैक्सिनशन नहीं कराता है या टीकाकरण अभियान में रुकावट बनता है तो उसे सरकारी राशन से वंचित रखा जाएगा साथ ही वह अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिलेगा

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  • January 7, 2018 10:44 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

बिजनौरः उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने वैक्सिनेशन का लाभ हर बच्चे तक पहुंचाने का एक अनूठा तरीका निकाला है. यूपी के बिजनौर के एक मुस्लिम बहुल इलाके में स्वास्थ्य अधिकारियों नोटिस जारी करते हुए लोगों से कहा कि अगर वे अपने बच्चे को टीका या वैक्सीन नहीं लगवाते तो उन्हें सरकारी राशन से वंचित रखा जाएगा इतना ही नहीं उन्हें अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पाएगा. एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक यह तरीका उन लोगों पर दबाव बनाने के लिए अपनाया गया है जो अपने बच्चों का वैक्सिनेशन नहीं करवाते या उसके विरोध में हैं.

स्वास्थ्य अधिकारी की मानें तो उनका यह अनूठा तरीका बेहद कारगर साबित हुआ है. पिछले साल भी जिले के अन्य क्षेत्रों में इसे सफलतापूर्वक अपनाया था. बता दें कि शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के ओर के नोट जारी किया गया. इस नोट में कहा गया, ‘ कोतवाली देहात ब्लॉक में जागरुकता की कमी के कारण बहुत से लोग वैक्सीन-अभियान का विरोध कर अपने बच्चों की जिंदगियों से खेल रहे हैं. वैक्सीन अभियान की सफलता में रोड़ा बन रहे लोगों पर दबाव बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग डिस्ट्रिक्ट सप्लाई ऑफिस की मदद ले रहा है. अगर कोई भी इस अभियान का विरोध करेगा तो उसे राशन नहीं मिलेगा. इसके अलावा उसे अन्य सरकारी योजनाओं का भी लाभ नहीं मिलेगा.’

स्वास्थ्य विभाग के इस अनूठे प्रयास के बारे में अडिशनल चीफ ऑफिसर (एसडीएमओ) और कोतवाली देहात के प्रभारी से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि ‘हमने पिछले साल चंदक में इस तरीके को सफलतापूर्वक अपनाया था. वहां शुरुआत में 40 फीसदी बच्चे प्रतिरक्षित हुए थे. मगर जब हमने राशन रोक दिया तो वहां के 80 फीसदी से ज्यादा बच्चों को वैक्सीन लग गई थी. यूपी स्वास्थ्य विभाग के इस प्रयास से वैक्सीन से वंचित रहे बच्चों को भी उनके स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी वैक्सिनेशन का फायदा उन्हें मिल पाया है.

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