नई दिल्ली. माफिया मुख्तार अंसारी और उसके परिवार की मुश्किलें तो फिलहाल थमने वाली नहीं है. शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग मामले में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को भगोड़ा घोषित कर दिया गया है, खबर है कि अब्बास अंसारी पाकिस्तान भागने की फिराक में है. वहीं, ATS और लखनऊ पुलिस को अब्बास अंसारी की […]
नई दिल्ली. माफिया मुख्तार अंसारी और उसके परिवार की मुश्किलें तो फिलहाल थमने वाली नहीं है. शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग मामले में मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को भगोड़ा घोषित कर दिया गया है, खबर है कि अब्बास अंसारी पाकिस्तान भागने की फिराक में है. वहीं, ATS और लखनऊ पुलिस को अब्बास अंसारी की आखिरी लोकेशन पंजाब की मिली है. वह पंजाब के रास्ते पड़ोसी मुल्क में शरण लेना चाहता है, गौरतलब है उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सपा विधायक अब्बास को भगोड़ा घोषित कर चुकी है.
बता दें, अब्बास की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही पुलिस के मुताबिक, शायद पंजाब में उसे राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है और वो यहीं छिपा हुआ है. इस मामले में सूबे के एक पूर्व मंत्री का नाम भी सामने आया है, इससे पहले मुख्तार अंसारी के रोपड़ जेल में बंद होने के दौरान उसके लिए खास इंतजाम किए गए थे, इसका खुलासा जेल मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने सदन में किया था.
अलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुख्तार अंसारी को एक मामले में दोषी करार करते हुए साल साल की सज़ा सुनाई है और 37 हज़ार का जुरमाना लगाया है. दरअसल, माफिया मुख्तार को साल 2003 के एक मामले में दोषी पाया गया है, उनपर जेलर को धमकाने का आरोप है. अंसारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के आलमबाग थाने में आपराधिक मामला दर्ज किया गया था, जिसकी सुनवाई करते हुए कोर्ट ने आज उन्हें सात साल की सज़ा सुनाई है. इस मामले में माफिया मुख्तार अंसारी ने हाईकोर्ट में अपील भी डाली थी, लेकिन उसकी अपील खारिज कर दी गई और उसे सात साल की सज़ा सुनाई गई है.