लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रहे कद्दावर नेता हरिशंकर तिवारी ने दुनिया को अलविदा कह दिया है. उन्होंने अपने गोरखपुर स्थित आवास पर अंतिम सांस ली. गौरतलब है कि हरिशंकर तिवारी को लोग प्यार से बाबूजी कहकर बुलाते हैं. गोरखपुर जिले के चिल्लूपार विधान सभा से हरिशंकर तिवारी विधायक थे. यहाँ से हरिशंकर तिवारी 6 बार विधायक रह चुके थे. हालांकि उन्हें साल 2012 में हारना पड़ा था जिसके बाद उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा था. आयु अधिक होने के कारण उन्हें ब्राह्मण राजनीति के लिए जाना जाता था.
दरअसल हरिशंकर तिवारी को पूर्वांचल के बड़े नेता के रूप में देखा जाता था. इतना ही नहीं वह लोकतांत्रिक कांग्रेस के संस्थापक भी थे. उन्होंने गोरखपुर के धर्मशाला बाजार के तिवारी हाता में अंतिम सांस ली है. बड़हलगंज के टांड़ा गांव में जन्मे हरिशंकर तिवारी चिल्लूपार का राजनीतिक जीवन काफी अहम रहा है. वह छह बार विधायक रहे थे. उन्होने कल्याण सिंह से लेकर मुलायम सिंंह यादव के नेतृत्व वाली सरकार में कई विभागों के मंत्री के रूप में काम किया. हरिशंकर तिवारी के निधन के समय उनके बड़े बेटे पूर्व सांसद भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी और पूर्व विधायक विनय शंकर घर पर ही मौजूद रहे.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हरिशंकर तिवारी के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा , “पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी जी का निधन, अत्यंत दुखद! ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिवार को यह असीम दुख सहने की शक्ति प्रदान करे. भावभीनी श्रद्धांजलि!”
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