Ram Navami Prayagraj: प्रयागराज में रामनवमी के मौके पर एक घटना ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है. महाराजा सुहेलदेव सम्मान सुरक्षा मंच के कार्यकर्ताओं ने सालार मसूद गाजी की दरगाह पर भगवा झंडा फहराकर हंगामा मचा दिया. इस घटना के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने इसे सरकार की साजिश करार देते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं.

रामनवमी पर दरगाह में हंगामा

रविवार 6 अप्रैल 2025 को रामनवमी के दिन प्रयागराज से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित गाजी मियां की दरगाह पर कुछ युवकों ने जुलूस के दौरान उत्पात मचाया. महाराजा सुहेलदेव सम्मान सुरक्षा मंच से जुड़े कार्यकर्ताओं ने दरगाह के गेट पर चढ़कर ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए और भगवा झंडा फहराया. बताया जाता है कि प्रदर्शनकारी दरगाह को हटाने की मांग कर रहे थे. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन तब तक कार्यकर्ता फरार हो चुके थे. इस घटना से इलाके में तनाव फैल गया और स्थानीय लोग दहशत में आ गए.

‘सीएम की जाति का है आरोपी’

अखिलेश यादव ने इस घटना को लेकर योगी सरकार पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा ‘झंडा फहराने वाला व्यक्ति मुख्यमंत्री की जाति का है. सरकार, पुलिस, एसपी, कमिश्नर कोई उसे कुछ नहीं कहेगा. सब कुछ मुख्यमंत्री के इशारे पर हो रहा है.’ अखिलेश ने आरोप लगाया कि सरकार अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए ऐसी घटनाएं करवाती है ताकि जनता का ध्यान मुख्य मुद्दों से हटाया जा सके. उन्होंने कहा ‘यह सरकार की साजिश है जिससे लोगों का ध्यान बेरोजगारी और महंगाई जैसे असल मुद्दों से भटकाया जा रहा है.’

पुलिस की कार्रवाई और जांच

घटना के बाद डीसीपी (गंगा नगर) कुलदीप सिंह गुनावत ने बताया कि पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया. उन्होंने कहा ‘वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.’ पुलिस ने इलाके में शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. सभी आरोपियों की तलाश जारी है और मामले की गहन जांच चल रही है.

गाजी मियां की दरगाह न सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि यहां मां शीतला की पूजा भी होती है. इस वजह से बड़ी संख्या में हिंदू श्रद्धालु भी यहां आते हैं. दरगाह से जुड़े लोगों का कहना है कि यह स्थान हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक रहा है. इस घटना ने स्थानीय लोगों में नाराजगी और डर पैदा कर दिया है. एक स्थानीय निवासी ने कहा ‘यहां दोनों समुदाय शांति से पूजा करते हैं. ऐसी हरकतों से माहौल खराब होता है.’

इस घटना ने उत्तर प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है. अखिलेश यादव के बयान ने मामले को और तूल दे दिया है. उन्होंने योगी सरकार पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने और सांप्रदायिक तनाव फैलाने का आरोप लगाया. दूसरी ओर सरकार ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और प्रशासन किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए सतर्कता बरत रहा है.

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