Kanpur Crime News: कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सभी को हैरान कर दिया. सनिगवां निवासी सोहन लाल द्विवेदी (32) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद उनकी पत्नी ने हत्या का सनसनीखेज आरोप लगाया है. पत्नी की शिकायत पर पुलिस ने सिद्धनाथ घाट पर जलती चिता को पानी डालकर बुझाया और अधजले शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.

संदिग्ध मौत और पत्नी का आरोप

सोहन लाल द्विवेदी एक बिजली मैकेनिक थे और अपने छोटे भाई ज्ञानी उर्फ मोहन के साथ सनिगवां में रहते थे. उनकी पत्नी नीलम और तीन बेटियां परिवार का हिस्सा हैं. नीलम ने बताया कि वह मूल रूप से बिहार के गया जिले की रहने वाली हैं और कुछ दिन पहले अपने मायके गई थीं. 9 अप्रैल को उन्हें देवर ज्ञानी का फोन आया. जिसमें बताया गया कि सोहन की मृत्यु हो गई है. नीलम ने कहा ‘मैंने बार-बार पूछा कि क्या हुआ. लेकिन देवर ने कुछ स्पष्ट नहीं बताया. सिर्फ इतना कहा कि सुबह सोहन बिस्तर से नहीं उठे.’

नीलम अपने भाई प्रदीप और तीनों बच्चों के साथ तुरंत बिहार से कानपुर के लिए निकलीं और 10 अप्रैल की रात को घर पहुंचीं. घर पहुंचते ही उन्होंने सोहन के शव को देखा और दंग रह गईं. नीलम ने बताया ‘मेरे पति के सिर पर गहरे चोट के निशान थे और खून रिस रहा था. मैं चिल्लाती रही कि यह हत्या है लेकिन किसी ने मेरी नहीं सुनी.’ उनके अनुसार सोहन की तबीयत भी ठीक थी और अचानक उनकी मौत संदेह पैदा करती है.

जलती चिता से शव निकालने का ड्रामा

नीलम के आरोपों के बाद मामला और गंभीर हो गया. परिवार के कुछ लोग सोहन के शव को बिना देरी किए जाजमऊ के सिद्धनाथ घाट ले गए और अंतिम संस्कार शुरू कर दिया. नीलम ने बताया कि वह अपने भाई के साथ चकेरी थाने पहुंची और पुलिस को पूरी घटना बताई. लेकिन जब तक पुलिस सिद्धनाथ घाट पहुंची. तब तक चिता को आग लग चुकी थी. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जलती चिता पर पानी डलवाया और अधजले शव को कब्जे में लिया. चकेरी इंस्पेक्टर संतोष शुक्ला ने बताया ‘शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की जांच होगी.’

परिवार वालों ने क्या कहा?

सोहन के छोटे भाई ज्ञानी ने हत्या के आरोपों को खारिज करते हुए कहा ‘9 अप्रैल की रात को सोहन काम से लौटे, खाना खाया और सो गए. सुबह जब वे नहीं उठे, तो हमने देखा कि उनकी सांसें थम चुकी थीं. हमने तुरंत नीलम को सूचना दी. हत्या की बात बेबुनियाद है.’ वहीं सोहन के चचेरे भाई रामचंद्र ने भी हत्या के दावों को नकारते हुए कहा
‘अगर हत्या हुई होती तो दो दिन तक शव को घर पर क्यों रखा जाता? यह सब बेकार की बातें हैं.’ उन्होंने बताया कि पुलिस ने उनके बयान दर्ज किए हैं और अब पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही है.

पुलिस जांच और सवाल

पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. नीलम का कहना है कि उनके पति के सिर पर चोट और खून के निशान हत्या की ओर इशारा करते हैं. दूसरी ओर परिवार के कुछ लोग इसे सामान्य मृत्यु बता रहे हैं. इस घटना ने कई सवाल खड़े किए हैं. क्या यह वाकई हत्या थी? सिर पर चोट के निशान कैसे आए? क्या परिवार कुछ छिपा रहा है? इन सभी सवालों का जवाब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच से ही मिल पाएगा.

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