मदरसों में शिक्षा को लेकर चल रहे विवादों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने सूबे में चल रहे मदरसों को तोहफा दिया है. दरअसल, राज्य में सत्ताधारी बीजेपी सरकार ने मदरसा शिक्षा आधुनिकरण योजना के तहत 30.53 करोड़ रुपए का बजट जारी किया है.
लखनऊ:मदरसों में शिक्षा को लेकर चल रहे विवादों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने सूबे में चल रहे मदरसों को तोहफा दिया है. दरअसल, राज्य में सत्ताधारी बीजेपी सरकार ने मदरसा शिक्षा आधुनिकरण योजना के तहत 30.53 करोड़ रुपए का बजट जारी किया है. गौरतलब है कि राज्य सरकार पहले भी इस योजना के तहत राशी जारी कर चुकी है जिसके बाद सरकार ने राज्य के मदरसों के लिए दूसरी बार यह राशी जारी की है.
मिली जानकारी के अनुसार, करीब राज्य के नए 1506 मदरसों को लेकर लगभग 30 करोड़ रुपए की यह किश्त जारी की है. पिछली बार भी सरकार ने इतनी रकम ही मदरसों की शिक्षा को लेकर जारी किए थे. आपको बता दें कि यूपी की राज्य सरकार ने बीते दिनों में मदरसों की शिक्षा हालातों को मद्देनजर रखते हुए कई बदलाव किए हैं. हाल ही में योगी सरकार ने सूबे के मदरसों में एनसीईआरटी कोर्स अनिवार्य करने का निर्णय लिया था जिसके हिसाब से मदरसों में अध्यात्म के साथ-साथ एनसीईआरटी की पढ़ाई भी बच्चों को पढ़ना होगा.
बताते चलें कि आजकल यूपी में मदरसों को लेकर जमकर बयानबाजी चल रही है. बीते दिनों शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड चेयरमैन वसीम रिजवी ने सूबे में चल रहे मदरसों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था. पत्र में वसीम रिजवी ने पीएम मोदी से मांग करते हुए कहा था कि अब समय आ गया है कि मदरसा शिक्षा को मुख्यधारा से जोड़ दिया जाए. इसके साथ ही रिजवी ने पत्र में लिखा है कि ज्यादातर मदरसे फंडिंग से चल रहे हैं वह सब पैसा भारत के साथ सउदी अरब, बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसे देशों से भी आ रहा है. आतंकवादी संगठन भी कई मदरसों को पैसा दे रहे हैं. इन सबकी जांच होनी चाहिए.
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