लखनऊ। दीपावली के बाद से उत्तर प्रदेश के कई शहरों की हवा में प्रदूषण बढ़ गया है। पिछले दिनों बारिश होने से थोड़ी राहत मिली थी, लेकिन लोगों ने दिवाली पर जमकर आतिशबाजी की और पटाखे फोड़े, जिसके बाद फिर से हवा का एक्यूआई खराब श्र्णी में चला गया है। गुरुवार को भी नोएडा, गाजियाबाद […]
लखनऊ। दीपावली के बाद से उत्तर प्रदेश के कई शहरों की हवा में प्रदूषण बढ़ गया है। पिछले दिनों बारिश होने से थोड़ी राहत मिली थी, लेकिन लोगों ने दिवाली पर जमकर आतिशबाजी की और पटाखे फोड़े, जिसके बाद फिर से हवा का एक्यूआई खराब श्र्णी में चला गया है। गुरुवार को भी नोएडा, गाजियाबाद सहित कई बड़े शहरों में सुबह से ही धुंध देखने को मिल रही है और हवा की गुणवत्ता बहुत ही खराब स्थिति में पहुंच गई है। सबसे अधिक बुरा हाल मेरठ का है, यहां हवा का एक्यूआई 400 के ऊपर पहुंच गया है।
नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार गाजियाबाद और नोएडा की हवा बहुत खराब श्रेणी में हैं, तो वहीं मेरठ में सबसे अधिक प्रदूषित हवा बनी हुई है। मेरठ के जयभीम नगर इलाके में हवा में प्रदूषण का स्तर 400 के पार पहुंच गया, वहां का एक्यूआई 412 दर्ज गया है जो खतरनाक स्थिति में आता है. मेरठ की हवा आज सबसे अधिक प्रदूषित दर्ज की गई है, जिसके चलते शहर में सुबह से ही गहरी धुंध छाई हुई है।
अगर बात करें दिल्ली एनसीआर की तो गाजियाबाद (एक्यूआई 378), ग्रेटर नोएडा (338), गुरुग्राम (297), नोएडा (360) और फरीदाबाद (390) में भी वायु गुणवत्ता का स्तर बहुत खराब दर्ज किया गया है। बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा माना जाता है। 51 से 100 के बीच रहने पर संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब कहते हैं, 301 से 400 के बीच इसे ‘बहुत खराब’ मानते हैं, 401 से 450 के बीच ‘गंभीर’ तथा 450 से ऊपर रहने पर ‘अत्यधिक गंभीर’ माना जाता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार दिल्ली में हवा की गुणवत्ता (Delhi air quality Updates) गंभीर श्रेणी में है। बता दें कि गुरुवार सुबह छह बजे के आसपास दिल्ली के पूठ खुर्द में वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी एक्यूआई 495, मुंडका में 461, बवाना में 434, आरके पुरम में 431, गाजीपुर में 417, कालका जी में 457, डीआईटी में 456, अलीपुर में 450, आईपी एक्सटेंसन में 421 दर्ज किया गया। बता दें कि पिछले 24 घंटे के दौरान एक्यूआई 401 रहा।