नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने नए साल पर एक बार फिर से पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल किया है। साल के पहले दिन सोमवार को सात सीनियर आईपीएस अफसरों का तबादला कर दिया गया है। इसके तहत कई दिग्गज अफसरों को साइडलाइन किया गया है। इनमें कानपुर के विवादित कमिश्नर आरके स्वर्णकार […]
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने नए साल पर एक बार फिर से पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल किया है। साल के पहले दिन सोमवार को सात सीनियर आईपीएस अफसरों का तबादला कर दिया गया है। इसके तहत कई दिग्गज अफसरों को साइडलाइन किया गया है। इनमें कानपुर के विवादित कमिश्नर आरके स्वर्णकार को हटा दिया गया है। उनकी जगह पर अब अखिल कुमार कानपुर के नए पुलिस कमिश्नर बनाए गए हैं।
यूपी सरकार ने पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल करते हुए सात अधिकारियों के ट्रांसफर के आदेश जारी कर दिए हैं। इनमें एक नाम कानपुर के विवादित सीपी रहे आर के स्वर्णकार का भी है, जो पिछले दिनों विवादों में रहे थे। बता दें कि उन पर भ्रष्टाचार और जनता के साथ बदसलूकी करने के आरोप थे। आर के स्वर्णकार की जगह अब गोरखपुर के अपर पुलिस महानिदेशक अखिल कुमार को कानपुर का नया कमिश्नर बनाया गया है, वहीं स्वर्णकार को एडीजी एपीटीसी सीतापुर नियुक्त किया गया है।
मेरठ ज़ोन के विवादित एडीजी राजीव सभरवाल को लाइन हाज़िर कर दिया गया है। उनको मुरादाबाद पीटीसी भेजा गया है। बता दें कि सभरवाल काफी विवादों में रहे थे, उनका मानना था कि उनको कोई नहीं हटा सकता है। अब उनकी जगह 1994 बैच के आईपीएस ध्रुवकांत ठाकुर की लंबे समय के बाद वापसी हुई है। उनको मेरठ ज़ोन की ज़िम्मेदारी दी गई है। ठाकुर अब मेरठ एडीजी जोन की जिम्मेदारी संभालेंगे।
इनके अलावा लखनऊ अपर पुलिस महानिदेशक पीएसी केएस प्रताप कुमार अब एडीजी गोरखपुर नियुक्त किए गए हैं। अशोक कुमार सिंह, पुलिस भर्ती बोर्ड के मुखिया बनाए गए हैं। सुजीत पांडेय को एडीजी एपीटीसी से एडीजी लखनऊ पीएसी की ज़िम्मेदारी दी गई है। इन सभी अफसरों को तत्काल समय प्रभाव से नई जिम्मेदारी संभालने के निर्देश दिए गए हैं।