प्रयागराज: प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में शुरुआत से ही पुलिस और प्रशासन दोनों ही सक्रिय नज़र आ रहे हैं. इसी कड़ी में पुलिस और प्रशासन की टीम इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल पहुंची. इस दौरान पूरे हॉस्टल को खंगाला गया. प्रशासन का कहना है कि मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल को खाली करवाने के बाद […]
प्रयागराज: प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में शुरुआत से ही पुलिस और प्रशासन दोनों ही सक्रिय नज़र आ रहे हैं. इसी कड़ी में पुलिस और प्रशासन की टीम इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल पहुंची. इस दौरान पूरे हॉस्टल को खंगाला गया. प्रशासन का कहना है कि मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल को खाली करवाने के बाद सील किया जाएगा. सभी कमरों को सील करवाने की कार्रवाई की जाएगी. बता दें, सदाकत वाला कमरा नंबर 36 पहले ही सील कर दिया गया है. अब मौके पर पीएसी व आरएएफ की टीम भी मौजूद है साथ ही भारी पुलिसबल भी तैनात किया गया है.
गिरफ्तार षड्यंत्रकारी का नाम सदाकत (25) बताया जा रहा है जो पेशे से इलाहाबाद हाई कोर्ट का वकील है। पूछताछ में पता चला है कि हाई कोर्ट में वकालत की प्रैक्टिस से अधिक वह अपराधियों के साथ उठता बैठता है. इस हत्याकांड की योजना को अंतिम रूप दिए जाने के दौरान सदाकत के कमरे पर ही दूसरे दौर की बैठक हुई थीं. यह कमरा उसके प्रयागराज स्थित मुस्लिम हॉस्टल में है.
बता दें, पुलिस ने हत्याकांड को लेकर सदाकत को भी गिरफ्तार किया था। वकील सदाकत के हॉस्टल रूम में ही अशरफ द्वारा चुने गए शूटरों की मीटिंग हुई थी। पुलिस की पूछताछ में सदाकत ने बताया कि साबरमती जेल में बंद अतीक ने उमेश पाल की हत्या की साजिश रची थी। उसके कहने पर ही दो लोग बरेली जेल में बंद अशरफ से मिलने पहुंचे थे। जहां हत्या की पूरी योजना बनाई गई।
एसटीएफ ने मांगा ब्यौरा
जिसके बाद यूपी एसटीएफ ने बरेली जेल में अशरफ से मिलने वालों का ब्यौरा मांगा है। इसके अलावा बरेली जेल में डीएम और एसएसपी ने भी छापा मारा था। बता दें, इस जेल में अतीक अहमद भी पहले बंद रह चुका है। जिसके चलते डीएम एसएसपी ने अशरफ समेत सभी बैरक की तलाशी ली और अशरफ से मिलने वालों की जांच के आदेश दिए.
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