उज्जैन: शिवभक्तों का सावन महीने में उत्साह बढ़ा हुआ है। आज उज्जैन में महाकाल की सवारी निकलने वाली है जिसमे डमरू बजाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया जायेगा, जिसके लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सावन शुरु होने से पहले विडियो कांफ्रेंसिंग में डमरू और बैंड के साथ व्यवस्थाओं का इंतजाम करने के आदेश दिया है। 1000 […]
उज्जैन: शिवभक्तों का सावन महीने में उत्साह बढ़ा हुआ है। आज उज्जैन में महाकाल की सवारी निकलने वाली है जिसमे डमरू बजाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया जायेगा, जिसके लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सावन शुरु होने से पहले विडियो कांफ्रेंसिंग में डमरू और बैंड के साथ व्यवस्थाओं का इंतजाम करने के आदेश दिया है।
महाकाल की दूसरी सवारी में 1000 कलाकारों का समूह उज्जैन में डमरू की प्रस्तुति करके विश्व रिकॉर्ड बनाएगा और उत्तर प्रदेश के बरेली को पीछे छोड़ेगा। आपको बता दें भगवान महाकाल की शोभायात्रा में डमरू वादकों एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
फिलहाल भगवान महाकाल की बारात में भजन मंडली के रूप में 1000 से अधिक श्रद्धालु डमरू और अन्य वाद्य यंत्र लेकर चल रहे हैं। वहीं नासिक और काशी के 1000 कलाकारों द्वारा भी बारात में डमरू की प्रस्तुति की जाएगी। इसके अलावा बारात में शामिल अन्य श्रद्धालु डमरू लेकर भगवान महाकाल की भक्ति में लीन हो जायेंगे जिससे विश्व रिकॉर्ड बन सकता है।
वर्ष 2024 में ही महाशिवरात्रि के आसपास उत्तर प्रदेश के बरेली में शिव तांडव स्तोत्र के साथ 10008 डमरू बजाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया जा चुका है। अगर उज्जैन में भगवान महाकाल की बारात में 10008 से अधिक डमरू बजाए जाएंगे तो उज्जैन का विश्व रिकॉर्ड बन जाएगा।
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